प्रतापगढ़। जानलेवा हमले में घायल वरिष्ठ अधिवक्ता रूद्र प्रताप पाण्डेय की इलाज के दौरान सोमवार की देर रात लखनऊ के एक अस्पताल में मौत हो गयी। साथी की मौत की जानकारी पर मंगलवार की सुबह वकीलों का आक्रोश चरम पर आ पहुंचा। वही मृतक अधिवक्ता के गांव सांगीपुर थाना के बवरिहा में भी माहौल बेहद तनावपूर्ण दिखा। वकीलों ने सीएम को संबोधित मांग पत्र में मृतक अधिवक्ता के परिजनों को पचास लाख के मुआवजे समेत कई मांगें भी उठाई हैं। तहसील तथा दीवानी अदालत में कामकाज ठप करने के साथ वकीलों मे गुस्सा इस कदर बढ़ा कि नेशनल हाईवे पर हंगामा देख वहां पहुंचे एसडीएम व सीओ तथा लालगंज कोतवाल व सांगीपुर एसओ के साथ फोर्स को भी वापस लौटना पड़ा। वकीलों का हंगामा बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने शव वाहन निकलने तक नेशनल हाइवे लखनऊ-वाराणसी पर वर्मा नगर तथा धधुआ गाजन से रूट डायवर्जन भी कर रखा था। सांगीपुर पुलिस ने घटना में नामजद एक और पचीस हजार के इनामी हत्यारोपी को दबोचकर जेल भेज दिया है। वहीं मंगलवार को घटना में नामजद अन्य फरार अभियुक्तों पर एसपी की ओर से ईनाम की राशि पचीस हजार से बढ़ाकर पचास हजार कर दी गयी है। अधिवक्ता की मौत पर उनके गांव में भाजपा शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी समेत जनप्रतिनिधियों व भारी तादात में ग्रामीणों का जमावड़ा दिखा। मृतक अधिवक्ता का शव तहसील गेट और गांव से अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गया तब पुलिस व प्रशासन को राहत की सांस मिली। लालगंज में सुबह से ही एहतियातन जिले के अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी डटे दिखे। वही मृतक अधिवक्ता के गांव में सांगीपुर, लीलापुर, उदयपुर, संग्रामगढ़ के एसओ के साथ भारी फोर्स को लेकर सीओ तथा एसडीएम भी शव उठने तक मुस्तैद दिखे। गांव में पीएसी की भी टुकड़ी को तैनात देखा गया। अधिवक्ता की मौत को लेकर लालगंज से लेकर जिला मुख्यालय तक साथियों में भारी आक्रोश का माहौल बना हुआ दिखा।
सांगीपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर के समीप बवरिहा गांव में बीती बाइस अक्टूबर को रंजिशन विपक्षियों ने अधिवक्ता परिवार पर जानलेवा हमला बोल दिया। हमले में तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ता रूद्र प्रताप पाण्डेय व हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता एवं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाल कृष्ण पाण्डेय तथा जिला मुख्यालय के अधिवक्ता अभिषेक पाण्डेय व परिवार के स्वामी भानु प्रताप पाण्डेय गंभीर रूप से चुटहिल हो गये। चुटहिलो को लखनऊ के डॉ0 राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता रूद्र प्रताप पाण्डेय (71) का सोमवार की देर रात निधन हो गया। घटना को लेकर अधिवक्ता अभिषेक पाण्डेय की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान प्रतिनिधि देवदत्त शुक्ला, कमल नारायण पाण्डेय, आदित्य पाण्डेय उर्फ सनी, सौरभ दत्त शुक्ल, विपिन कुमार शुक्ल, सच्चिदानंद पाण्डेय समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। सांगीपुर पुलिस ने एक आरोपी कमल नारायण पाण्डेय को बीती तेईस अक्टूबर को हिरासत मे लेकर जेल भेज दिया। वही सांगीपुर पुलिस ने मंगलवार की सुबह थाना क्षेत्र के लखहरा तिराहा से हत्यारोपी ईनामिया आदित्य पाण्डेय उर्फ सनी उर्फ प्रभाकर को दबोच लिया। पकड़े गये आरोपी आदित्य समेत फरार नामजद पांच आरोपियो पर सोमवार को एसपी दीपक भूकर ने दस हजार के ईनाम को बढ़ाकर पचीस हजार कर दिया था। मंगलवार को घटना में नामजद प्रधान प्रतिनिधि देवदत्त शुक्ल समेत फरार आरोपियों पर एसपी की ओर से ईनाम की धनराशि में बढोत्तरी करते हुए अब पचास हजार कर दी गयी है। सीओ आशुतोष मिश्र ने बताया कि पचास हजार के फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ भी पुलिस टीम के साथ मदद में जुटेगी। इधर साथी अधिवक्ता की मौत की खबर तहसील पहुंची तब वकीलों का आक्रोश चरम पर आ पहुंचा। संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश व उपाध्यक्ष आशीष तिवारी तथा महामंत्री हरिश्चंद्र पाण्डेय की अगुवाई में वकीलों ने न्यायिक कामकाज के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया। नाराज वकीलों ने तहसील गेट को बंद कराकर समेत दफ्तरों में भी कामकाज ठप करा दिया। वकीलों ने नेशनल हाईवे पर पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। वकीलो के विरोध प्रदर्शन को भांप कर जिले के अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी बृजनंदन राय सुबह कोतवाली पहुंच गये। सीओ आशुतोष मिश्र व लालगंज कोतवाल आलोक कुमार तथा सांगीपुर एसओ मनीष त्रिपाठी फोर्स के साथ तहसील के पास पहुंचे तब वकीलों का जत्था फोर्स की तरफ नारेबाजी करते पहुंच गया। वकीलो की यहां कुछ देर तक सीओ व लालगंज कोतवाल से नोंकझोंक भी हुई। इसके बाद आक्रोशित वकीलों ने सीओ समेत पुलिसकर्मियों को वापस भेज दिया। इसी बीच लालगंज एसडीएम शैलेन्द्र वर्मा भी आ पहुंचे। गुस्साये वकीलो ने एसडीएम को भी बैंरग वापस भेज दिया। करीब सवा ग्यारह बजे लखनऊ से एम्बुलेंस से अधिवक्ता रूद्र प्रताप पाण्डेय का शव घर जाने के लिए लालगंज पहुंचा। यहां तहसील गेट पर अधिवक्ताओ ने संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश के नेतृत्व में साथी के शव पर रूंधे गले से माल्यार्पण कर आखिरी विदाई दी। आल इण्डिया रूरल बार एसोसिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल, पूर्व अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र, संदीप सिंह, अजय शुक्ल गुडडू ने घटना को लेकर आरोपियो की गिरफ्तारी में सांगीपुर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसडीएम व सीओ को जमकर खरीखोटी सुनायी। तहसील गेट पर अधिवक्ताओं की युवा लाबी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव वाहन को घेरे में लेते हुए आगे बढ़ने से रोक दिया। हालांकि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के समझाने बुझाने पर किसी तरह शव वाहन गांव के लिए रवाना हुआ दिखा। वकीलों की हड़ताल व नारेबाजी के कारण तहसील व दीवानी अदालत में दिन भर कामकाज बाधित दिखा। इस मौके पर संतोष पाण्डेय, शैलेन्द्र सिंह बघेल, राजेश तिवारी, धीरेन्द्र शुक्ला, सूर्यकांत निराला, राकेश सिंह, राजेश दुबे, कमलेश त्रिपाठी, टीपी यादव, प्रवीण शुक्ला, रामकिंकर शुक्ल, विभाकर नाथ शुक्ल, राहुल त्रिपाठी, राकेश तिवारी, सुमित त्रिपाठी, शैलेन्द्र मिश्र, सुरेन्द्र गौतम, शैलेन्द्र शुक्ला, प्रमोद तिवारी आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
