देवबंद। दिल्ली में हुए धमाके के बाद एटीएस द्वारा यूपी में चल रहे मदरसों की जानकारी जुटाने और जनपदों के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों से मदरसों की जानकारी मांगी जा रही है। इस पर मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मदरसे दीन के मजबूत किले हैं, यहां से छात्र तालीम हासिल कर अमन का पैगाम लेकर निकलते हैं।
मुफ्ती असद कासमी ने बयान में कहा कि इस्लाम न तो आतंकवाद को बढ़ावा देता है और न ही किसी पर जुल्म करने की इजाजत देता है। दीनी इदारों में इंसानियत की तालीम दी जाती है और यहां से तालीम हासिल करने वाले छात्र दुनियाभर में अमन, प्यार और मोहब्बत का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम मजहब में इंसान तो दूर जानवर तक को तकलीफ देने की मनाही है। यदि कोई किसी दूसरे व्यक्ति को नुकसान पहुंचाता है और तकलीफ देता है तो उसे इस्लाम में बुरा समझा गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि यह बात समझ से परे है कि इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर क्यों देखा जाता है। कहा कि जब जब देश पर कोई भी आंच आई है तो मदरसों और इनके छात्रों ने अपनी जानों को कुर्बान किया है।
.jpg)