लखनऊ । राजधानी लखनऊ में बिजली विभाग द्वारा जल्दबाजी एवं मनमाने तरीके से लागू किया गया विभक्ति करण का फैसला उपभोक्ताओं के लिए खासी परेशानी का सबब बना हुआ है पूर्व में वृंदावन खंड अंतर्गत आने वाला सेक्टर 1 से लेकर 20 तक संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान एवं आंशिक रूप से उतरठिया तेलीबाग शकूरपुर उसर बरौली चिरैयाबाग पीजीआई से लगे हुए क्षेत्र एवं मोहनलालगंज खंड अंतर्गत निगोहा समेसी मोहनलालगंज सिसेंडी डेवरिया भीलमपुर सहित तमाम बड़े क्षेत्र को विद्युत आपूर्ति करने एवं 11000 एवं एलटी लाइन की देखरेख करने इससे संबंधित उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने हेतु मोहनलालगंज अधिशासी अभियंता कार्यालय को काकोरी क्षेत्र कार्यालय नाम दिया गया है।
जिसका कार्यालय का नाम काकोरी रखा गया उससे संबंधित क्षेत्र में काकोरी दूर-दूर तक नहीं आता एवं काकोरी से संबंधित कोई भी संभाग थाना क्षेत्र अथवा सबडिवीजन भी नहीं आता।
आखिर नामकरण करने वाले नीति निर्धारकों द्वारा किस प्रकार का फैसला लिया गया है 400 में बुक किया ऑटो पहुंच गए काकोरी वही एक पीड़ित उपभोक्ता प्रतापगढ़ निवासी रामकिशोर ने बताया उनकी वृद्ध चाची वृंदावन प्राइवेट प्लाटिंग एरिया में रहती हैं रीडिंग कर्मचारी न आने एवं विद्युत बिल सही कराने हेतु सेक्टर 9इ कार्यालय पहुंचे वहां बताया गया अब आपका क्षेत्र काकोरी कार्यालय अंतर्गत आएगी वहीं से समाधान होगा उन्होंने ₹400 में ऑटो लिया और काकोरी पहुंच गए वहां जाकर उन्हें पता चला की कार्यालय का नाम काकोरी क्षेत्र है परंतु वह मोहनलालगंज क्षेत्र में स्थित है।
