वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालु की मौत, दर्शन करने के बाद अचानक गिरे
October 16, 2025
वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी मंदिर में बुधवार को दर्शन के दौरान एक श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मंदिर प्रशासन, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने तत्परता के साथ पूरे मामे की जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई की। मृतक की पहचान मेरठ, उत्तर प्रदेश निवासी कृपाल सिंह (उम्र 56 वर्ष, पिता श्री शेर सिंह) के रूप में हुई है।
मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कृपाल सिंह अपने परिवार के साथ मंगलवार को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने आए थे। दर्शन के बाद जब वे शाम लगभग 6 बजे मंदिर परिसर के गेट नंबर-4 से बाहर निकल रहे थे, उस समय उनके कंधे पर उनका भतीजा था। इसी दौरान उन्हें अचानक चक्कर आया और वे नीचे गिर पड़े। तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल स्थिति को संभाला और श्रद्धालु को नजदीकी मायावती अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के अनुसार कृपाल सिंह पिछले कुछ समय से सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित थे। घर पर उन्हें अक्सर सांस फूलने की शिकायत रहती थी और हाल के दिनों में यह परेशानी कुछ अधिक बढ़ गई थी। परिवारजनों ने बताया कि कृपाल सिंह बस के द्वारा अपने लगभग 50 रिश्तेदारों एवं मित्रों के साथ बांके बिहारी का दर्शन करने पहुंचे थे। वह पूरी तरह श्रद्धा भाव से दर्शन कर मंदिर से बाहर निकल रहे थे, तब अचानक उन्हें असहजता महसूस हुई। परिवार का कहना है कि उनकी मृत्यु पूरी तरह प्राकृतिक कारणों से हुई है। वहीं चिकित्सकीय जांच में भी यह स्पष्ट हुआ कि उनकी हृदयगति रुक जाने से मौत हुई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति के प्रतिनिधियों ने मृतक के परिजनों का पूरा सहयोग किया। परिवार के अनुरोध पर शव को आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद मेरठ भेजा गया। वहीं, जिला प्रशासन ने बताया कि मृतक के साथी अवधपाल पुत्र प्रीतम सिंह, विनोद कुमार पुत्र धनपाल सिंह, संजीव कुमार पुत्र बृजपाल सिंह जनपद मेरठ व अन्य साथियों को कृपाल के शव को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
मंदिर प्रशासन ने दिवंगत श्रद्धालु के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए ईश्वर से इस दुखद घड़ी में उन्हें धैर्य और शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में दर्शन व्यवस्था यथावत जारी रही और श्रद्धालु नियमित रूप से ठाकुर जी के दर्शन करते रहे।
