बंद पड़ी ट्रेन को पानीपत स्टेशन तक लाने के लिए वहां से डीजल इंजन भेजा गया था. इसके बाद यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दिल्ली से खाली कोच मंगवाया गया. नई ट्रेन में सवारियों को कटरा भेजने की व्यवस्था की गई. ट्रेन में सवार सभी यात्री देर रात तक फंसे रहे और परेशानियों का सामना करना पड़ा. रेलवे अधिकारी मौके पर स्थिति संभालने में जुटे रहे.
स्टेशन मास्टर ने स्थिति को संभालते हुए दिल्ली से अंबाला की ओर आ रही अन्य ट्रेनों को स्टेशन पर रोकना शुरू कर दिया. इसके बाद दीवाना रेलवे स्टेशन से पावर इंजन भेजा गया, जिसने रात करीब 10 बजे खराब वंदे भारत ट्रेन को पानीपत की ओर खींचा. ट्रेन को पानीपत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर खड़ा किया गया, जहां इंजीनियरों ने इसकी तकनीकी जांच की.
जांच में पता चला कि ट्रेन चलने की स्थिति में नहीं है. इसके बाद दिल्ली मुख्यालय से दूसरा वंदे भारत रैक भेजा गया. नया रैक आने के बाद यात्रियों को उसमें सवार कर उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया. यात्रियों ने बताया कि रास्ते में अचानक ट्रेन रुक जाने से उन्हें काफी परेशानी हुई.
इससे पहले इस साल की शुरुआत में भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (22439/22440) को 50 दिनों के लिए कैंसिल कर दिया था. 16 जनवरी से 6 मार्च 2025 तक यह ट्रेन नई दिल्ली और कटरा के बीच नहीं चली थी. इसे जम्मूतवी यार्ड के रीमॉडलिंग के कारण रद्द कर दिया गया था.
वंदे भारत एक्सप्रेस 22477, दोपहर तीन बजे चलती है और रात को 11 बजकर 20 मिनट पर श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन छोड़ती है. ट्रेन कटरा पहुंचाने में आठ घंटे और 20 मिनट का समय लेती है.
