अमेठीः विशेष संचारी रोग अभियान का शुभारंभ! डीएम ने जन जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
October 05, 2025
अमेठी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का शुभारम्भ जिला मुख्यालय गौरीगंज स्थित संयुक्त चिकित्सालय परिसर से किया गया। अभियान का शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि एवं जिलाधिकारी संजय चैहान ने संयुक्त रूप से रैली को हरी झंडी दिखाकर (फ्लैग ऑफ) रवाना कर किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंशुमान सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बद्री प्रसाद अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (वीबीडी) डॉ. रामप्रसाद, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.के. उपाध्याय, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रदीप तिवारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गौरीगंज डॉ. सौरभ, सहायक मलेरिया अधिकारी सुशील कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद गौरीगंज, पंचायतीराज विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सहयोग से वेक्टर जनित रोगों के वाहकों के नियंत्रण में प्रयोग की जाने वाली फॉगिंग मशीन एवं एंटी-लार्वल मशीनों का प्रदर्शन किया गया। इस अभियान में कुल 12 विभागों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है, जिनमें प्रमुख रूप से स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत, पंचायतीराज विभाग, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा एवं कृषि विभाग शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा व एएनएम कार्यकत्रियों के माध्यम से घर-घर भ्रमण कर बुखार, आईएलआई एवं क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान, मच्छरों से बचाव की जानकारी प्रदान करने तथा वेक्टर सर्वेक्षण का कार्य किया जाएगा। नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत द्वारा नालियों की सफाई, लार्वानाशी छिड़काव, कूड़ा निस्तारण एवं फॉगिंग का कार्य किया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा अनावश्यक जलभराव की स्थिति की समाप्ति, जबकि पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा खुले में शौच से मुक्ति, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, हैंडपंप प्लेटफॉर्म की मरम्मत, नालियों की सफाई व पर्यावरणीय स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की पहचान, उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) भेजने एवं उचित पोषाहार उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा। यह अभियान 05 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, जिसका उद्देश्य जन-जागरूकता के माध्यम से संचारी रोगों की रोकथाम, स्वच्छता संवर्धन एवं सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना है।
