रुद्रपुर। महापौर विकास शर्मा ने मंगलवार को हरियाणा के करनाल स्थित प्रतिष्ठित नूर महल में आयोजित अखिल भारतीय महापौर परिषद के 53वीं वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में सहभागिता की। इस राष्ट्रीय स्तर के महत्त्वपूर्ण सम्मेलन में देशभर से 70 से अधिक नगर निगमों के महापौरों ने भाग लेकर अपने-अपने शहरों में हो रहे नवाचारों और विकास कार्यों का साझा अनुभव प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि, माननीय केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास योजना मंत्री मनोहर लाल के गरिमामयी स्वागत एवं अभिनंदन के साथ हुआ। इसके उपरांत मंच पर उपस्थित अन्य विशिष्ट अतिथियों को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मंच पर पधारे गणमान्य जनों में पूर्व महापौर एवं कालका से विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, महापौर परिषद अध्यक्ष एवं पूर्व आगरा महापौर नवीन जैन, भोपाल से संगठन महामंत्री उमा शंकर गुप्ता, पंचकूला महापौर कुलभूषण गोयल, बुरहानपुर की महापौर श्रीमती मधुरी अतुल पटेल, हरियाणा विधानसभा के चीफ व्हिप एवं इंद्री से विधायक राजकुमार कश्यप, करनाल विधायक जगमोहन आनंद, असंध विधायक योगेंद्र राणा, तथा करनाल जिलाधिकारी श्रीमती परवीन लाथर जैसे वरिष्ठ पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि शामिल रहे।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भारत के नगरों के सतत विकास, स्वच्छता मिशन, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं और शहरी योजनाओं की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नागरिक सुविधाओं को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ना समय की आवश्यकता है, और इसके लिए महापौरों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर रुद्रपुर के महापौर श्री विकास शर्मा ने रुद्रपुर नगर निगम द्वारा किए गए नवाचारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा कूड़े के पहाड़ का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने निगम द्वारा नागरिक सेवाओं को सुलभ बनाने हेतु शुरू की गई डिजिटल सेवाओं, सफाई व्यवस्था में लाए गए सुधार तथा आगामी विकास योजनाओं की भी जानकारी साझा की।
महापौर श्री शर्मा ने इस मंच के माध्यम से स्थानीय निकायों को अधिक अधिकार प्रदान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि विकसित और सक्षम शहरी प्रशासन के लिए आवश्यक है कि नगर निकायों को आर्थिक, प्रशासनिक और विधिक रूप से और अधिक सशक्त बनाया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक सभा नहीं, बल्कि देश भर से आए महापौरों के लिए अनुभवों के आदान-प्रदान और आपसी समन्वय का एक प्रभावशाली मंच है। माननीय केंद्रीय मंत्री सहित सभी वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन से हम सभी को नई ऊर्जा और दिशा मिली है। यह सम्मेलन एक साझा सोच और नीति निर्माण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।