रामपुर। नगर के प्रसिद्ध श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर में क्षमा वाणी पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिनेश कुमार जैन ने जबकि संचालन प्रमोद कुमार जैन ने किया। पूरे मंदिर परिसर को सुंदर सजावट से सजाया गया था और वातावरण में भक्ति, सौहार्द व आत्मचिंतन का अनुपम भाव देखने को मिला।
इस मौके पर विशेष रूप से इन्दौर से पधारी ब्रह्मचारिणी बहन श्रद्धेय बबीता दीदी एवं ब्रह्मचारिणी प्रज्ञा दीदी ने श्रद्धालुओं को प्रेरक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि हमें मन को निर्मल बनाकर चलना चाहिए। मन में कोई बैर, द्वेष या कटुता न रखें। क्षमा का भाव ही आत्मशुद्धि का मार्ग हैं। जब हम दूसरों को क्षमा करते हैं तो वास्तव में अपने मन को भी हल्का करते हैं और शांति की ओर बढ़ते हैं।
कार्यक्रम में डा. प्रदीप जैन, योगेश जैन, नरेश जैन, अजय सेठी, अंजु जैन, वर्षा, रेखा जैन, मीनू, अनीता जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर क्षमा वाणी का महत्व समझा और इसे अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया।
मंदिर में भक्तों ने एक-दूसरे से क्षमा मांगकर पुराने मनमुटावों को समाप्त करने का संकल्प लिया। अंत में सामूहिक प्रार्थना कर विश्व में शांति, प्रेम और करुणा का संदेश फैलाने की कामना की गई। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि आत्मिक उत्थान का एक प्रेरणादायी अवसर बन गया, जहाँ सभी ने क्षमा के माध्यम से जीवन को सरल, संतुलित और सुखमय बनाने का संकल्प लिया।