माफिया अतीक अहमद का करीबी बिल्डर गिरफ्तार
September 15, 2025
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जमीन विवाद को लेकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों को 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में मुख्य आरोपी बिल्डर जेपी दुबे, सुनील पासी, और विकास पासी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि जेपी दुबे पर हमला करवाने और मारपीट करने का आरोप है।
यह घटना प्रयागराज के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पीपल गांव में हुई। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार ने आरोप लगाया कि बिल्डर जेपी दुबे और उसके साथी उनकी करोड़ों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे और उस पर निर्माण करवा रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो कुछ लोगों ने जेपी दुबे से उनकी वीडियो कॉल पर बात कराई। सोनू कुमार के अनुसार, जेपी दुबे के कहने पर उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
इस घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने सोनू कुमार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया। डीसीपी अभिषेक भारती के निर्देश पर, एडिशनल डीसीपी अभिजीत कुमार ने एक टीम का गठन किया। इस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया। एयरपोर्ट थाने के इंचार्ज विनय सिंह ने सटीक सूचना के आधार पर आरोपियों की तलाश की और उन्हें पकड़ने में सफलता हासिल की।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार बिल्डर जेपी दुबे का संबंध माफिया अतीक अहमद के गिरोह से भी रहा है। वह अतीक के जमीन कारोबार में भी शामिल था। पहले भी पुलिस ने उसके खिलाफ शिकंजा कसा था और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी उसके ठिकानों पर छापेमारी की थी।
पुलिस का कहना है कि माफिया अतीक अहमद के जमीन कारोबार के नेटवर्क को तोड़ने के बाद भी, उसके करीबी लोग छुपकर इस धंधे को जारी रखे हुए हैं। इसी कारण, जमीन पर कब्जे की शिकायतों पर पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है। यही वजह है कि सफेदपोश लोगों की पैरवी के बावजूद पुलिस ने जेपी दुबे को गिरफ्तार किया।
जांच में यह भी सामने आया है कि बिल्डर जेपी दुबे रियल एस्टेट के कारोबार में अपनी जड़ें जमा चुका था। उसका मनोबल इतना बढ़ गया था कि वह लोगों को धमकाकर और मारपीट करके उनकी जमीनों पर कब्जा कर रहा था। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार की करोड़ों की जमीन पर भी उसकी नजर थी, जिसके कारण उसने यह हमला करवाया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
