सोनभद्र। करमा थानांतर्गत कुचमरवा गांव निवासी रामेश्वर दत्त मिश्र जो वर्ष 2012 में झकाही गांव निवासी ब्रह्मदेव मिश्र की दिन दहाड़े हत्या करने एवं एक दर्जन से अधिक संगीन अपराधों में सजायप्ता अभियुक्त रह चुका है,द्वारा विगत 08 माह पूर्व 12 वर्ष बाद जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर आया है। जेल से बाहर आते ही उसका आपराधिक कृत्य शुरू हो गया । लोगो को धमकी देना, अवैध वसूली करना, अपने आप को डॉन बताकर समाज में भय का माहौल फैलाना उक्त अपराधी का मुख्य व्यवसाय हो गया है, विगत दिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ककराही पर कार्यरत संविदा कर्मी रवि मौर्य को गोली मारने, जान से मारने की धमकी दिए जाने पर करमा थाने में धारा 351(2) एवं 352 बी एन एस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, उक्त अपराधी द्वारा गुड्डू मौर्या को भी विगत एक माह पूर्व धमकी दिया था, भय के कारण उसने प्रार्थना पत्र नहीं दिया, विगत तीन माह पूर्व मुहूरेसर गांव निवासी अनुसूचित जाति के एक ड्राइवर को जबरन मिट्टी गिरवाने के लिए पिटाई किया था।प्रधानाचार्य हंस वाहिनी इंटर कॉलेज कसया ने आयुक्त विंध्याचल मंडल मिर्जापुर सहित पुलिस अधीक्षक को भेजे प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उक्त अपराधी प्रवृत्ति वाले अपराधी द्वारा लगभग दो माह पूर्व अवैध धन की वसूली के लिए दबाव बनाया गया,न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। आए दिन आर टी आई के तहत अपने आप को आर टी आई कार्यकर्ता बनकर प्रार्थना पत्र प्रेषित कर भयभीत करने की कूट रचना की गई। दिनांक 12/08/25 को प्रधानाचार्य उमाकांत मिश्र जब राबर्ट्सगंज अपने पत्नी को अपने बाइक से लेकर जा रहे थे तो उसके द्वारा एक साजिश के तहत एक वाहन से उनके बुलेट में धक्का मारकर जानलेवा हमला किया गया। जिसे दुर्घटना का रूप देने का षड़यंत्र किया गया।प्रधानाचार्य गंभीर रूप से घायल हो गए, कोमा में 36 घंटे रहने के बाद एक सप्ताह बाद वाराणसी ओरियाना अस्पताल से वापस अपने घर लौटे, जिनका दवा इलाज जारी है।प्रधानाचार्य ने आरोप लगाया कि इसके अपराधी कृत्यों में इसका बड़ा बेटा बैभव मिश्र भी शामिल रहता है। जो कभी भी मेरी अथवा मेरे परिवार की हत्या कर या करा सकता है।
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