शक्तिनगर/सोनभद्र। पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर महिला ने लगाई गुहार सुदीप गुप्ता, जो एक शिक्षक हैं, उनके परिवार के साथ यात्रा के दौरान एक गहरी और चिंताजनक घटना घटी है। पीड़ित शिक्षक परिवार 24 जून 2025 को वाराणसी से शक्तिनगर रोडवेज बस (संख्या-UP78HT 8387) में सवार होकर लौट रहे थे। रास्ते में, सोनभद्र जनपद के एक ढाबे पर बस रुकने के दौरान उनके बैग से लाखों रुपये मूल्य के गहने चोरी कर ली गई।
पीड़ित द्वारा जब बैग मे छेड़छाड़ समझ आया तो उन्होंने तत्काल बस के ड्राइवर व कंडक्टर से संपर्क किया, लेकिन अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। परिवार की महिला सदस्य, बच्चों सहित इस घटना के प्रत्यक्ष साक्षी हैं।
श्री गुप्ता ने घटना की शिकायत न केवल बस स्टाफ से की, बल्कि अगले दिन प्रभारी सुकृत चौकी और अन्य अधिकारियों को भी दी। इसके बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई या परिणाम सामने नहीं आया है।प्रशासनिक लापरवाही या सुनियोजित षड्यंत्र?संदेह है कि यह केवल एक सामान्य चोरी नहीं बल्कि एक सुनियोजित आपराधिक घटना है जिसमें संभवतः बस कर्मियों की मिलीभगत हो सकती है। ढाबे पर घटना के CCTV कैमरे की रिकॉर्डिंग की माँग पर पता चला कि DVR ही "खराब" है।पूर्व में भी इसी स्थान पर कई यात्रियों के साथ ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। शिक्षक श्री गुप्ता ने स्पष्ट रूप से प्रशासन से मांग की है कि बस चालक-कंडक्टर की भूमिका की गहराई से जांच हो, CCTV व DVR की फॉरेंसिक जांच करवाई जाए, पीड़ित को न्याय व क्षतिपूर्ति मिले और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए रोडवेज बसों में निगरानी व पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। DVR "खराब" होना क्या एक संयोग है या जानबूझकर की गई तैयारी?क्या रोडवेज विभाग अपनी ज़िम्मेदारी से बच सकता है?अगर एक शिक्षक सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या?