दिल्ली-एनसीआर में एक सप्ताह तक छाए रहेंगे बादल, हल्की बारिश की संभावना
July 19, 2025
भारत में मॉनसून के कारण देश के अलग-अलग राज्यों में जोरदार बारिश देखने को मिल रही है। इसके अलावा कई राज्यों में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आज दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, यूपी, बिहार, हरियाणा-पंजाब समेत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की माने तो दिल्ली में अगले एक सप्ताह आकाश में बादल छाए रहेंगे और रुक-रुककर हल्की बारिश होने की आशंका है।
मॉनसून सीजन में लगातार हो ही बारिश के कारण देश के कई राज्यों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इन राज्यों में असम, मेघालय, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, कर्नाटक, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश और गुजरात शामिल हैं। बता दें कि मॉनसून की लगातार हो रही बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हिमाचल प्रदेश है। राज्य में अब तक बाढ़ और भारी बारिश के कारण 105 लोगों की जान जा चुकी है।
'कई राज्यों में मॉनसून के इस सीजन में आकाशीय बिजली गिरने और पहाड़ों पर बादल फटने तथा भूस्खलन का खतरा बना रहेगा। मौसम विभाग की माने तो उत्तर प्रदेश और बिहार में आकाशीय बिदली गिरने का खतरा बना हुआ है। वहीं गोवा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और झारखंड में नदियां भारी बारिश के कारण उफान पर रहेंगी। इसके अलावा अगले 24 घंटे के भीतर असम, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भयंकर बारिश की संभावना बनी हुई है.
झारखंड, राजस्थान, लद्दाख जैसे कई राज्यों में जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। वहीं कई अन्य राज्यों खासकर पूर्वोत्तर और दक्षिणी भागों में बारिश की भारी कमी का लोग सामना कर रहे हैं। झारखंड की अगर बात करें तो झारखंड में कुल 595.8 मिमी बारिश हुई है, जो कि सामान्य से 71 फीसदी अधिक है। वहीं राजस्थान में 271.9 मिमी बारिश के साथ राजस्थान में बारिश में भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
गुजरात में 388 मिमी वर्षा प्राप्त की, जो सामान्य से 64 प्रतिशत अधिक है। बता दें कि कई राज्यों और संघ शासित क्षेत्रों में सामान्य वर्षा देखने को मिली है। इसका मतलब है कि वर्षा सामान्य सीमा के 19 फीसदी के भीतर या उससे नीचे थी। इसमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, गोवा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, पुडुचेरी, तमिलनाडु, सिक्किम और अंडमान निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।