लखनऊ। सोमवार को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर बलरामपुर चिकित्सालय, लखनऊ में एक जागरूकता गोष्ठी एवं पोस्टर प्रस्तुतीकरण का आयोजन ओपीडी विभाग के भूतल पर किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य हेपेटाइटिस जैसे गंभीर संक्रमण के प्रति स्वास्थ्यकर्मियों और आमजन में जागरूकता फैलाना था।
गोष्ठी की अध्यक्षता निदेशक बलरामपुर चिकित्सालय डॉ कविता आर्या द्वारा की गई। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हेपाटाइटिस एक ऐसा संक्रमण है जो वर्षों तक बिना लक्षण के शरीर में रहकर गंभीर जटिलताएँ उत्पन्न कर सकता है। हम सभी स्वास्थ्यकर्मियों की यह जिम्मेदारी है कि सही जानकारी, समय पर जांच और उपचार को जनसामान्य तक पहुँचाएं। बलरामपुर चिकित्सालय में हम इलाज के साथ-साथ जनजागरूकता को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. विष्णु द्वारा हेपेटाइटिस के विभिन्न प्रकार, कारण, लक्षण, रोकथाम और टीकाकरण की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी और सी विशेष रूप से गंभीर हैं, और समय पर जांच व इलाज से इन्हें रोका जा सकता है। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि बलरामपुर चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण, सुरक्षित सुई प्रबंधन और रक्त जांच जैसे पहलुओं को विशेष रूप से सुदृढ़ किया जा रहा है, जिससे हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों की रोकथाम संभव हो सके।
जन जागरूकता कार्यक्रम में पोस्टर प्रदर्शनी, सवाल-जवाब सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
