चुनार/मिर्जापुर। गुरुवार की सुबह स्थानीय थाना क्षेत्र के जमुई रेलवे अंडरपास के निकट हुई दुर्घटना ने आम जनमानस को झकझोर कर रख दिया है। इंस्टाग्रामध्फेसबुक पर महज व्यूज,लाइक और भौकाल बढ़ाने के लिए बनाई जा रही रील से चुनार में भी चार परिवारों के ऊपर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटनास्थल के बगल के ही ट्रक व्यवसाई के पुत्र द्वारा गुरुवार की सुबह अपने घर से रिल बनाते हुए अपनी नीली बत्ती और हूटर लगी स्कॉर्पियो लेकर निकल ही था कि तभी स्टेरिंग पर से उसका नियंत्रण हट गया जिससे 50 मीटर दूर ही सड़क किनारे खड़े व्यक्तियों को रौंदते हुए घर में घुस गई। स्कॉर्पियो की चपेट में आने से मंगल जायसवाल 41 वर्ष पुत्र स्व.गोपाल जायसवाल की मौके पर ही मौत हो गई।तथा सावित्री देवी 36 वर्ष और राजू प्रजापति 42 वर्ष, एक 10 वर्ष का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को चुनार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से ट्रामा सेंटर बीएचयू के लिए रेफर किया गया। वही घटनास्थल के निकट परिजनों एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा जमुई-चुनार मार्ग पर चक्का जाम किया गया जिस पर तत्काल ही पुलिस उपाधीक्षक चुनार मंजरी राव द्वारा सबको समझा बुझा कर जाम शांत कराया गया।दुर्घटना को अंजाम देने वाली नीली बत्ती एवं हूटर लगी स्कॉर्पियो के कारनामे में चर्चा में रहे।
बताया जाता है कि उक्त स्कॉर्पियो का उपयोग केवल अवैध कार्य करने में ही किया जाता रहा है। 20 से 25 की संख्या में 18 से 20 चक्का ट्रेलर (ट्रक) बगैर परमिट एमएम 11 अवैध गिट्टी लदी ओवर लोड गाड़ियां डगमगपुर,चुनार की पहाड़ियों से निकालकर जमुई नरायनपुर होते हुए वाराणसी पार करके गोरखपुर और बलिया के लिए धड़ल्ले से भेजी जाती है। इन अवैध ओवरलोड गिट्टी लदी ट्रकों (टेलर) के आगे पीछे यही नीली बत्ती लगी स्कॉर्पियो हूटर बजाती हुई पायलेटिंग और एस्कॉर्ट करती थी जिससे इन ट्रकों को कोई पुलिस कर्मी या आरटीओ रोक ना सके। चर्चा तो यहां तक है कि उक्त नीली बत्ती हूटर लगी स्कॉर्पियो के बारे में जानकारी प्रभारी निरीक्षक चुनार को भी रहती थी मगर उनकी जेबें हर माह गरम हो जाती थी इसलिए मौन साधे बैठे थे।