26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को राहत नहीं, बढ़ी न्यायिक हिरासत
July 09, 2025
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट स्थित एनआईए स्पेशल कोर्ट ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और आरोपी तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत 13 अगस्त 2025 तक बढ़ा दी है. राणा की पिछली न्यायिक हिरासत समाप्त होने पर उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने यह निर्णय सुनाया. राणा के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) आतंकवाद के गंभीर आरोपों की जांच कर रही है.
NIA ने तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में राणा की भूमिका को लेकर नए तथ्यों और खुलासों का हवाला दिया गया है.
कोर्ट ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर विचार के लिए 13 अगस्त 2025 की तारीख तय की है. NIA की चार्जशीट में राणा की पाकिस्तान सेना और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के साथ साजिश में संलिप्तता को रेखांकित किया गया है.
तहव्वुर राणा ने कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की है, जिसमें उसने नियमित अंतराल पर अपने परिवार से फोन पर बातचीत करने की इजाजत मांगी है. NIA कोर्ट 15 जुलाई को इस याचिका पर सुनवाई करेगी.
हुसैन राणा ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, राणा ने पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियों की इस हमले में संलिप्तता की बात स्वीकारी है. उसने यह भी कबूला है कि वह 26/11 हमलों के दौरान मुंबई में मौजूद था और यह सब एक बड़ी साजिश का हिस्सा था.
तहव्वुर राणा इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कस्टडी में है. वह 26/11 हमले से जुड़े मामलों में पूछताछ का सामना कर रहा है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे.
मुंबई क्राइम ब्रांच की पूछताछ में राणा ने खुद को पाकिस्तानी सेना का भरोसेमंद एजेंट बताया है. उसने बताया कि हमलों के दौरान वह खुद मुंबई में मौजूद था और उसका वहां रहना हमले की रणनीति का अहम हिस्सा था.
राणा ने लश्कर-ए-तैयबा से प्रशिक्षण लेने की बात भी स्वीकार की है. उसने बताया कि वह अमेरिका में बंद आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के साथ पाकिस्तान में ट्रेनिंग ले चुका है. दोनों ने एक साथ आतंकी शिविरों में हिस्सा लिया और मुंबई हमले की साजिश में मिलकर काम किया.