अमेरिका में भारतीय महिला पर टारगेट स्टोर से 1 लाख से ज्यादा चोरी का आरोप
July 16, 2025
अमेरिका यात्रा पर गई भारतीय महिला पर्यटक को इलिनॉयस के एक टारगेट स्टोर से बड़ी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। टारगेट स्टोर में तथाकथित चोरी के मामले में महिला जांच का सामना कर रही है। आरोप है कि इलिनॉयस स्थित इस स्टोर में महिला ने लगभग सात घंटे बिताए और चोरी की। उसकी हरकतें सीसीटीवी में कैद हो गईं। उसके संदिग्ध व्यवहार ने स्टाफ का ध्यान खींचा और पुलिस को बुलाया गया। इसके बाद महिला के पास से चोरी किए हुए सामान की बरामदगी हुई।
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि महिला पर लगभग $1,300 (लगभग ₹1.08 लाख) मूल्य के सामान की चोरी का संदेह है। हाल ही में सामने आए वीडियो में एक टारगेट कर्मचारी को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि महिला घंटों तक स्टोर में घूमती रही और एक पूरी ट्रॉली सामान लेकर बिना भुगतान के बाहर निकलने की कोशिश की। कर्मचारी ने कहा, "हमने इस महिला को पिछले 7 घंटे से स्टोर में घूमते हुए देखा। वह सामान उठा रही थी, फोन देख रही थी। एक ऐल से दूसरे ऐल में जा रही थी और अंत में बिना भुगतान किए वेस्ट गेट से बाहर निकलने की कोशिश की।”
चोरी के आरोप में पकड़े जाने के बाद महिला ने पुलिस के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह सभी सामान का भुगतान करने को तैयार हैं। महिला ने कहा,"अगर मैंने आपको तकलीफ दी तो माफ़ कीजिए। मैं इस देश की नहीं हूं और मुझे यहां नहीं रुकना है।" पुलिस अधिकारी (महिला) ने जवाब में कहा, "क्या भारत में चोरी करने की अनुमति है? मुझे ऐसा नहीं लगता।"
बिल की समीक्षा करने के बाद पुलिस ने महिला को हथकड़ी लगा दी और उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां औपचारिक कागज़ी कार्यवाही की गई। महिला पर फेलोनी (गंभीर अपराध) के आरोप तय किए जा रहे हैं। हालांकि उसे अभी तक आधिकारिक रूप से गिरफ़्तार नहीं किया गया है, लेकिन जल्द ही आरोप तय होने की संभावना है। घटना "1 मई, 2025 की बताई जा रही है, जब एक स्टोर में महिला ने घंटों बिताकर चोरी करने और हजारों डॉलर के सामान के साथ बिना भुगतान के बाहर निकलने की कोशिश की। सीसीटीवी में कैद होने के बाद पुलिस को बुलाया गया।
यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और इस पर शॉपलिफ्टिंग वीज़ा स्थिति और अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के कानूनी प्रभाव को लेकर बहस छिड़ गई है। हालांकि टारगेट स्टोर की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और पुलिस की ओर से आगे की जानकारी का इंतज़ार है। एक यूजर्स ने लिखा, “एक प्रवासी के रूप में, मैं यह समझ ही नहीं पा रहा कि कोई मेहमान बनकर इस देश में आए और उसके कानूनों को तोड़ने की हिम्मत करे।” यह भाषा या संस्कृति की बात नहीं है। उसे बिल्कुल पता है कि वह क्या कर रही है।” तीसरे यूज़र ने कहा, “मैं यूके में 7 साल तक एक कानूनी प्रवासी रहा हूँ और हर नियम का पालन करता था। प्रवासी अपने देश और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह महिला एक अपराधी है जो सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही है। जो शायद भारत में चल जाता, पर अमेरिका में नहीं।”एक अन्य यूजर ने कहा, “भारत को वैश्विक मंच पर शर्मिंदा कर दिया! गलत कारणों से सुर्खियों में आई। देश का सम्मान करें, बदनामी नहीं।”
इससे पहले हाल ही में टेक्सास में एक अन्य भारतीय छात्र भी चोरी के ऐसे ही एक अन्य मामले में चर्चा में रही थी। ध्यान देने वाली बात यह है कि अमेरिका में शॉपलिफ्टिंग (दुकानों से चोरी) के आरोप आपके वीजा स्टेटस पर गंभीर असर डाल सकते हैं। इससे H-1B वीज़ा रिन्युअल, ग्रीन कार्ड आवेदन, और यहां तक कि निर्वासन (deportation) का खतरा भी बन सकता है।