पीलीभीतः अधिकारी बदलें कार्यशैली, फरियादी न भटकें-जिलाधिकारी
June 09, 2025
पीलीभीत। तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव की मौजूदगी में 57 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। इनमें से 5 का निस्तारण मौके पर ही किया गया, जबकि 22 प्रार्थना पत्र अन्य तहसीलों से संबंधित पाए गए।जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी अधिकारी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की अब उच्चस्तरीय जांच हो रही है, ऐसे में यदि कोई शिकायत दोबारा आती है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने राजस्व मामलों में पुलिस की मदद लेकर विवादों का मौके पर जाकर निस्तारण कराने के निर्देश भी दिए।
समाधान दिवस में कई अधिकारी समय से नहीं पहुंचे, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह जनहित से जुड़ा कार्यक्रम है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों को हिदायत दी गई कि वे समय से अपने कार्यालय व समाधान दिवसों में उपस्थित रहें और कामों को टालने की बजाय निस्तारण को प्राथमिकता दें।
जिलाधिकारी ने ग्राम मथुडांडी के मृतक मुंशी सिंह व कुंवर बहादुर के परिजनों को समाधान दिवस के दौरान मौके पर ही खतौनी सौंपी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी परिवार में मृत्यु हो जाती है और उसमें कोई विवाद नहीं है, तो तेरहवीं के दिन संबंधित परिजनों को घर जाकर खतौनी दी जाए। उन्होंने कहा कि इससे जनमानस में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ेगा और एक नई परंपरा की शुरुआत होगी।
समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जनपद की साक्षरता दर की जानकारी ली, जो वर्तमान में 63 प्रतिशत है। इस पर असंतोष जताते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिक्षा विभाग के साथ अन्य विभाग भी ष्स्कूल चलो अभियानष् में सहभागिता करें। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से साक्षरता दर बढ़ाने के उपाय पूछे और स्पष्ट किया कि लक्ष्य 90 प्रतिशत साक्षरता तक पहुंचना है।जिलाधिकारी ने विभागीय समन्वय की कमी को गंभीर मुद्दा बताया और स्पष्ट कहा कि आपसी समन्वय के बिना जनहित से जुड़े कार्य प्रभावी रूप से नहीं हो सकते। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा, पंचायतीराज, मनरेगा और कार्यक्रम अधिकारियों से साक्षरता और जनहित योजनाओं पर सवाल-जवाब किए।
समाधान दिवस के अवसर पर प्रभागीय निदेशक वन्यजीव भरत कुमार वीके, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आलोक कुमार, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार अर्ची गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।