अमेठीः गौशालाओं के नजदीक बनाया गया डिफ्फर गड्ढा
June 13, 2025
अमेठी। क्षेत्र में शुद्ध वातावरण व सुगंधित हवा के लिए गौशालाओं के नजदीक डिफ्फर गड्ढा बनाया जा रहा है। संग्रामपुर क्षेत्र के अस्थाई गौशाला गोरखापुर के पास 3 से 4 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। इस गड्ढे में मृत मवेशी को दफनाया जाएगा। ग्राम विकास अधिकारी सुनील कुमार ने बताया की अमेठी मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर अस्थाई गौशाला के समीप छोटे बड़े मवेशियों को दफनाने के लिए तीन से चार फिट गहरा गड्ढा खोदा गया है। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर पूर्व से ही मृत गोवंशों व मवेशियों को यहां लाकर दफनाया जाता रहा है। जिसे हड़वा कहा जाता है।यह पानी से दूर व जंगलों के बीच में है।इस स्थान पर पहले मृत जानवरों को लाकर उसका चमड़ी निकाल लिया जाता था और वहीं छोड़ दिया जाता था जो गिद्धों का आहार बनता था।और एक दो दिन में गिद्ध , कुत्ता और कौआ आदि भक्षण कर समाप्त कर देते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है क्योंकि मृत मवेशी का चर्मकार चमड़ी नहीं निकालते हैं।और क्षेत्र से गिद्ध पलायन कर चुके हैं।इस कारण मृत गोवंशों को दफनाना पड़ता है जिससे क्षेत्र में वातावरण शुद्ध हवा दुर्गंध हवा में परिवर्तित न हो । उन्होंने बताया यह स्थान अस्थाई गौशाला गोरखापुर के नजदीक होने के कारण गांव के मृत मवेशी यहां छोड़ कर चले जाते हैं जिसके कारण क्षेत्र में दुर्गंध हो जाती है ।ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि दो दिन पहले एक छोटा मृत मवेशी यहां डाल दिया गया और जानकारी दी गई कि गौशाला मे मृत मवेशी को यहां फेंक दिया गया है लेकिन जब हमने सभी संरक्षित मवेशियों की गणना की तो पंजीकरण ठीक मिला उनमें एक भी संख्या कम नहीं रही। यही देखते हुए आज गौशाला के समीप जंगलों में 10 डिफ्फर गड्ढे बना दिया गया है। जिसमें गांव से भी आये मृत मवेशी को दफनाया जा सके और क्षेत्र में दुर्गंध फैलने से रोका जा सके।
