बाराबंकीः मृतक शैलेन्द्र को मिले इंसाफ, पत्नी को मिले रोजगार और मुआवजा-बाबू सिंह कुशवाहा
June 16, 2025
सूरतगंज/ बाराबंकी। शैलेंद्र मौर्य की हत्या की घटना न केवल अमानवीय है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी गहरा सवाल खड़ा करती है।दिनदहाड़े सड़क पर आम आदमी की हत्या होना दर्शाता है कि अपराधी बेखौफ हैं। यह बाते
सोमवार को जन अधिकार पार्टी के संस्थापक और जौनपुर से सांसद बाबू सिंह कुशवाहा ने गोड़ा गांव में सोमवार को शैलेन्द्र मौर्य के शोकाकुल परिवार से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाते हुए कही। बताते चलें मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के गोड़ा गांव में युवती के अपहरण से शुरू हुए विवाद में हुई पेस्टीसाइड दुकानदार शैलेन्द्र मौर्य की दर्दनाक हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया ।बीते 24 मई की शाम हुए इस सनसनीखेज हमले में शैलेन्द्र की हथगोला फेंककर निर्मम हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने दर्जनों लोगों को जेल भेजा है, लेकिन अब भी पीड़ित परिवार के आंसू थमे नहीं हैं। सोमवार को जन अधिकार पार्टी के संस्थापक और जौनपुर से सांसद बाबू सिंह कुशवाहा गोड़ा गांव पहुंचे और शोकाकुल परिवार से मिले। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए पीड़ा के स्वर भरे स्वर में कहा कि अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई करती तो शायद शैलेन्द्र की जान बच सकती थी । सांसद कुशवाहा ने आगे कहा कि शैलेन्द्र की पत्नी नीरू और उनके दो छोटे बच्चों को सरकार की ओर से तुरंत मुआवजा और स्थायी रोजगार मिलना चाहिए, ताकि परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट न खड़ा हो। साथ ही, उन्होंने इस जघन्य हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग की और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत की।सांसद कुशवाहा ने सरकार से मांग है कि मृतक की पत्नी को न सिर्फ न्याय मिले बल्कि उनके जीवन को आगे बढ़ाने का सहारा भी मिले। सरकार रोजगार दे, मुआवजा दे और अपराधियों को कठोर सजा दिलाए।
इस बीच ग्रामीणों ने भी बाबू सिंह कुशवाहा की मौजूदगी में सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई और अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की। इस दौरान इलाके में भारी संख्या में लोग मौजूद रहे, जिनकी आंखों में अब भी भय और दुख साफ झलक रहा था।