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लखनऊ: मेरठ में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाईरू एक करोड़ की चरस के साथ दो तस्कर गिरफ्तार


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की ऑपरेशनल यूनिट मेरठ और एएनटीएफ थाना मेरठ की संयुक्त टीम ने मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने बिहार से अवैध चरस की तस्करी करने वाले एक गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से लगभग 10 किलोग्राम अवैध चरस बरामद की गई है, जिसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य लगभग 1 करोड़ रुपये है। गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान सतेंद्र कुमार पुत्र प्रकाश चंद उर्फ ओमप्रकाश निवासी पावली रोड, मोदीपुरम, थाना पल्लवपुरम, मेरठ और राजीव शर्मा पुत्र सत्यदेव शर्मा निवासी एलबी-31, डबल स्टोरी, फेस-2, पल्लवपुरम, थाना पल्लवपुरम, मेरठ के रूप में हुई है। वहीं पुलिस उपाधीक्षक भगवान दास, एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट मेरठ के पर्यवेक्षण में, संयुक्त टीम ने सोमवार थाना कंकरखेड़ा, मेरठ क्षेत्र में एबीएस ट्रेडर्स फैक्ट्री, जटौली पावली रोड से अभियुक्तों को धर दबोचा। इनके पास से 10 किलोग्राम अवैध चरस के साथ-साथ 02 मोबाइल फोन और 1300ध्- रुपये नकद भी बरामद किए गए।

गिरफ्तार अभियुक्त सतेंद्र कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह और उसका साथी राजीव शर्मा 20 जून को बस से मुरादाबाद के लिए निकले थे। मुरादाबाद से वे ट्रेन द्वारा अगले दिन सुबह बेतिया (बिहार) पहुंचे और एक होटल में ठहरे। वहीं पर उनकी व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से राजू गुप्ता निवासी बेतिया, बिहार से बात हुई। राजू गुप्ता उनसे होटल में मिला और उनसे नकद रुपये लेकर उन्हें 10 किलोग्राम चरस सौंप दी।सतेंद्र ने आगे बताया कि वे चरस को बैग में रखकर 21 जून को बेतिया से ट्रेन द्वारा मुरादाबाद के लिए वापस निकले। आज सुबह मुरादाबाद पहुंचकर, वहां से बस पकड़कर मेरठ बस अड्डे आए और फिर अपनी फैक्ट्री पर पहुंचे। वे दोनों ऑफिस में बैठकर बैग खोलकर चरस के बंडलों से पॉलीथिन निकाल रहे थे और चरस को अलग से पैक करके सप्लाई करने की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।अभियुक्तों ने यह भी खुलासा किया कि वे सतेंद्र कुमार और राजीव शर्मा मिलकर मांग के अनुसार चरस को फुटकर में बेचते थे। उन्होंने बताया कि कुछ ही दिनों में सावन का कांवड़ मेला आने वाला है, जिस दौरान चरस की मांग बढ़ जाती है और इसे महंगे दामों पर बेचा जा सकता है।

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