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प्रयागराजः मायाराम की माया में झलका मानवीय स्वार्थ और भ्रष्टाचार का व्यंग्यपूर्ण चित्रण! उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में नाट्य समारोह का हुआ रंगारंग शुभारंभ


प्रयागराज। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित 6 दिवसीय नाट्य समारोह का शुभारंभ शुक्रवार शाम सांस्कृतिक केंद्र के प्रेक्षागृह में हुआ। दीप प्रज्वलन कर समारोह का उद्घाटन प्रभारी निदेशक श्री आशिस गिरि एवं कार्यक्रम प्रभारी श्री मदन मोहन मणि ने संयुक्त रूप से किया।

उद्घाटन दिवस पर आधारशिला रंगमंडल द्वारा प्रस्तुत जयवर्धन द्वारा लिखित एवं अजय केशरी द्वारा निर्देशित नाटक “मायाराम की माया” ने दर्शकों को हास्य और व्यंग्य के रंग में रंग दिया। नाटक ने मौजूदा समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, स्वार्थ और अवसरवाद की प्रवृत्तियों को तीखे व्यंग्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। मंच पर जीवंत अभिनय, संवादों की तीव्रता और हास्यपूर्ण घटनाक्रम ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा।

नाटक की कहानी मीरपुर गांव के मायाराम पर केंद्रित है, जो एक बुजुर्ग गाय का दान करता है। उसकी मृत्यु के बाद यह चर्चा ब्रह्मलोक तक पहुंचती है। ब्रह्मा जी यमराज से पृथ्वी के सबसे सीधे प्राणी के बारे में पूछते हैं, जिस पर यमराज जवाब देते हैं कृ “मनुष्य।” इस पर नारद मुनि व्यंग्यपूर्वक कहते हैं, “मनुष्य नहीं, सबसे चालाक और स्वार्थी प्राणी है। विश्वास न हो तो मायाराम को एक दिन के लिए ब्रह्मलोक बुला लीजिए।” ब्रह्मा जी द्वारा यमराज को आदेश दिया जाता है कि मायाराम को सशरीर ब्रह्मलोक लाया जाए।

इसके बाद घटनाओं की ऐसी श्रृंखला शुरू होती है जिसमें मायाराम ब्रह्मलोक में भी अपनी चालबाजियों और स्वार्थी व्यवहार से सभी को चैंका देता है। यह नाटक न केवल हँसाता है, बल्कि गहराई से सोचने को भी मजबूर करता है कि कैसे मानव स्वभाव लोभ, अवसरवाद और आत्मलाभ के लिए किसी भी सीमा को पार कर सकता है।

नाटक में मायाराम की भूमिका में अनुराग केशरी, सेवक राम के रूप में अमरजीत सिंह कुशवाहा, नारद व पुरोहित के रूप में हरि नारायण पांडे, जबकि जग्गू एवं गाय की भूमिका में जयद्रथ ने प्रभावशाली अभिनय से दर्शकों का भरपूर मनरंजन किया। मंच संचालन की जिम्मेदारी मधुकांक मिश्रा ने निभाई। इस अवसर पर केंद्र के अधिकारी-कर्मचारी समेत शहर के रंगप्रेमियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। नाट्य समारोह आगामी पांच दिनों तक विभिन्न नाटकों के मंचन के साथ दर्शकों का मनोरंजन करता रहेगा।

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