सिरौलीगौसपुर /बाराबंकी। एक समय गांव का पढ़ा-लिखा और सम्मानित चेहरा माने जाने वाले स्वामी दयाल मिश्रा (50) ने शनिवार सुबह आत्महत्या कर ली। उनका शव गांव के बाहर एक आम के बाग में साड़ी के फंदे से लटका मिला। यह हृदयविदारक घटना सफदरगंज थाना क्षेत्र के भवानीपुर मजरा केवलापुर की है।सुबह करीब छह बजे जब ग्रामीण खेतों की ओर निकले, तो उन्होंने पेड़ से लटका हुआ शव देखा और गांव में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।स्वामी दयाल गोंडा स्थित एलयूसीसी चिटफंड कंपनी में मैनेजर थे। कुछ समय पहले कंपनी पर बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, जिसमें उन्हें करीब 6-7 महीने की जेल भी हुई। दो महीने पहले ही वे रिहा हुए थे, लेकिन उस घटना ने उनके जीवन को गहराई से तोड़ दिया।रिहाई के बाद वे गांव से बाहर अपने खेत में बने एक छोटे से मकान में अकेले और गुमसुम रहने लगे थे। उनका परिवार गांव के अंदर रहता था। ग्रामीणों के अनुसार, वे अक्सर चुपचाप रहते थे और किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे।थानाध्यक्ष अमर कुमार चैरसिया ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी।
इस घटना से गांव में शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग स्तब्ध हैं कि जो व्यक्ति कभी गांव की शान हुआ करता था, वो इतना टूटा कि जिंदगी से हार मान बैठा। ग्रामीणों ने शासन से परिवार को आर्थिक और मानसिक सहयोग दिए जाने की मांग की है।