अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश, टेक ऑफ करते ही हुआ हादसा
June 12, 2025
गुजरात के अहमदाबाद में बड़ा विमान हादसा हुआ है। यह हादसा अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुआ। बताया जाता है कि एयर इंडिया का बोईंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। टेक ऑफ के समय यह हादसे का शिकार हो गया। जानकारी के मुताबिक विमान में दो पायलट और 10 केबिन क्रू समेत कुल 242 लोग सवार थे थे। फिलहाल हताहत लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम जारी है।
विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ाने भरने के तुरंत बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने रनवे नंबर-23 से उड़ान भरी थी। यह विमान दिसंबर 2013 को एयर इंडिया के बेड़े में शामिल किया गया था। इस विमान का सीरियल नंबर 36279 है। इस बीच एयर इंडिया का बयान सामने आ गया है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री से बात कर हादसे की जानकारी ली है। इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे।
वहीं इस हादसे पर एयर इंडिया का भी बयान सामने आया है। एयर इंडिया की ओर से यह जानकारी दी गई है कि AI-171 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया का यह उड़ान भरने के बाद जब 625 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा तभी उसका संपर्क एटीसी से टूट गया। सिग्नल खोने के तुरंत बाद विमान हादसे का शिकार हो गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त विमान की गति लगभग 174 नॉट थी। भारतीय वायुसेना और सेना बचाव कार्य में लगी हुई है। एयरपोर्ट की बाहरी दीवार के पास मलबा गिरा है। डीजीसीए की दुर्घटना की जांच के लिए टीम को भेज दिया गया है।
बता दें कि यह हादसा अहमदाबाद के मेघानीनगर के पास हुआ। अहमदाबाद एयरपोर्ट से मेघानीनगर की दूरी करीब 15 किमी है। इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें आसमान में धुएं का गुबार नजर आ रहा है। अभी तक हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है।
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु विजयवाड़ा से अहमदाबाद के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, "अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध और व्यथित हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से हालात पर नजर रख रहा हूं और सभी विमानन और आपातकालीन एजेंसियों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बचाव दल को तैनात कर दिया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि चिकित्सा सहायता और राहत सहायता घटनास्थल पर पहुंचाई जाए।"
