बाराबंकी: शादी में आए दो मासूम भाई सरयू में डूबे, परिवार की खुशियाँ मातम में बदलीं! एक साथ बुझ गए दो घरों के चिराग, गांव में पसरा मातम, हर आंख नम
June 08, 2025
सिरौलीगौसपुर/बाराबंकी। जीवन की सबसे खुशी का पल कब मातम में बदल जाए, कोई नहीं जानता। ऐसा ही दिल दहला देने वाला दृश्य शनिवार को क्षेत्र के ग्राम अलीनगर में देखने को मिला, जब मामा की शादी में ननिहाल आए दो सगे मौसेरे भाइयों की सरयू नदी में डूबकर दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। जहां एक दिन पहले तक घरों में शादी की रौनक और ढोलक की थाप सुनाई दे रही थी, वहां अब सन्नाटा और रुदन का आलम है।ग्राम अलीनगर निवासी रामानंद पाल के छोटे भाई देशराज की 5 जून को शादी थी। परिवार ने खुशियों के बीच सभी रस्में पूरी की थीं। शनिवार को गौना की रस्म के लिए परिजन बाहर गए हुए थे। घर पर महिलाएं और बच्चे ही मौजूद थे। इसी बीच दोपहर करीब एक बजे रामानंद के दोनों भांजे 13 वर्षीय सत्यम (पुत्र रमेश पाल, ग्राम मदरही, जरवल, बहराइच) और 12 वर्षीय विवेक (पुत्र पंकज, ग्राम रेठौड़ा, जरवल, बहराइच )खेलते-खेलते अन्य बच्चों के साथ गांव से करीब एक किलोमीटर दूर सरयू नदी के किनारे जा पहुंचे।नदी किनारे पानी देखकर दोनों मासूम नहाने के लिए नदी में उतर गए और गहराई का अंदाजा न होने के कारण डूब गए। उनके साथ मौजूद बच्चों ने शोर मचाकर गांव में खबर दी। देखते ही देखते गांववाले नदी की ओर दौड़े और बचाव कार्य शुरू किया। काफी प्रयासों के बाद दोनों बच्चों के शव बाहर निकाले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।घटना की सूचना पाकर कोतवाली बदोसरांय के प्रभारी संतोष कुमार, एसडीएम प्रीति सिंह और सीओ रामनगर गरिमा पंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।सबसे पीड़ा की बात यह रही कि सत्यम और विवेक अपने-अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। दोनों परिवारों की दुनिया उजड़ गई। रोते-बिलखते मां-बाप की चीखें हर दिल को झकझोर रही थीं। घर का हर कोना गमगीन था, और गांव में शोक की लहर छा गई।एक शादी, जो परिवार के लिए खुशियों की सौगात लेकर आई थी, अब जीवन भर के लिए एक गहरी टीस छोड़ गई। मासूमों की मौत ने यह सवाल छोड़ दिया है ,क्या हमारी खुशियों के बीच सुरक्षा की परवाह कहीं छूट तो नहीं रही?।