बहरीन से असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को लगाई लताड़
May 25, 2025
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी भारतीय सांसदों के डेलिगेशन के साथ बहरीन गए हुए हैं। यहां रविवार को उन्होंने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में बातचीत के दौरान पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। ओवैसी ने यहां बोलते हुए पाकिस्तान को एक फेलियर स्टेट बताया है। इसके साथ ही उन्होंने भारत के बारे में बात करते हुए कहा कि पड़ोसी देश की किसी भी आक्रामकता के खिलाफ खुद की रक्षा करने में भारत पूरी तरह से सक्षम है। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी, भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाले डेलिगेशन के साथ बहरीन गए हुए हैं।
बहरीन में असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की कार्रवाइयों के प्रति भारत की संतुलित प्रतिक्रिया के बारे में बताया। एएनआई के हवाले से उन्होंने कहा, "सरकार और मीडिया, हमारी वायु रक्षा प्रणाली, हमारी तकनीक और युद्ध क्षमताओं ने पाकिस्तान जैसे फेलियर स्टेट द्वारा लॉन्च की गई हर चीज को सफलतापूर्वक रोका और बेअसर किया।" उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने हर भारतीय के जीवन की रक्षा के लिए सभी कदम उठाए हैं। इस सरकार ने बहुत स्पष्ट कर दिया है कि अगली बार जब पाकिस्तान यह दुस्साहस करेंगा, तो इसकी प्रतिक्रिया उनकी उम्मीद से परे होगी।"
वहीं ओवैसी ने भारत की रक्षात्मक ताकत पर जोर देते हुए कहा कि भारत ने जिम्मेदारी से काम किया है और अधिकतम संयम बरता है, फिर भी देश के पास अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए साधन मौजूद हैं। उन्होंने बहरीन सरकार से पाकिस्तान की कार्रवाइयों की निंदा करने और पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ग्रे सूची में वापस लाकर आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने में मदद करने का भी आग्रह किया। इस लिस्ट में मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी संगठनों से संबंध और अन्य मामलों में निगरानी किए जाने वाले देश शामिल हैं।
ओवैसी ने इस मौके पर कहा, "हमारा देश एकमत है, चाहे हम किसी भी राजनीतिक संबद्धता से संबंधित हों। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन जब हमारे देश की अखंडता की बात आती है, तो यह सही समय है कि हमारा पड़ोसी देश इसे समझे। मैं अनुरोध करता हूं और उम्मीद करता हूं कि बहरीन सरकार पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे सूची में वापस लाने में हमारी मदद करेगी क्योंकि इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवादियों को समर्थन देने के लिए किया गया है।" बहरीन में प्रमुख हस्तियों और बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के बीच बातचीत के दौरान, असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले की त्रासदी पर भी चर्चा की, जिसमें 22 अप्रैल को 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी।