पीलीभीतः किसानों द्वारा गन्ने के साथ अदरक की सहफसली खेती-एक कदम नवाचार खेती की ओर
May 22, 2025
पीलीभीत। जनपद पीलीभीत के प्रगतिशील गन्ना किसानों ने परंपरागत खेती से आगे बढ़ते हुए अब गन्ना और अदरक की सहफसली खेती की ओर रुख किया है। यह खेती पूरी तरह मशीनीकृत है और वैज्ञानिक पद्धति से की जा रही है, जिससे लागत कम और मुनाफा अधिक हो रहा है। आज खुशी राम भार्गव जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा सरदार रक्ष पाल सिंह के इमलिया कृषि फार्म का भ्रमण किया। रक्षपाल सिंह द्वारा गन्ना किस्म को. 0118 के साथ सहफसली के रूप मे अदरक की बुवाई की गयी है।
इस प्रणाली के तहत, गन्ने की दो कतारों को 8.5 फीट (लगभग 2.6 मीटर) की दूरी पर लगाया गया है। इस चैड़ी दूरी का उपयोग करते हुए किसान ने गन्ने की दो पंक्तियों के बीच अदरक की बुवाई की है। इससे न केवल भूमि का अधिकतम उपयोग संभव हुआ है, बल्कि अदरक की उपज से अतिरिक्त आय भी प्राप्त होगी। खेती पूरी तरह मशीनों की सहायता से की जा रही है-जिसमें बीज रोपण, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण और कटाई सम्मिलित हैं। गन्ने के पौधे की ऊँचाई और अदरक की छाया सहिष्णुता को ध्यान में रखते हुए दोनो फसलों का उचित सामंजस्य बनाया गया है। सिंचाई लाइन मे करने से जल की बचत और उपज की गुणवत्ता में सुधार होगा। सहफसली खेती से खेत में मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और खरपतवारों पर भी नियंत्रण होता है। एक ही भूमि से दो फसलें लेने से कृषक की आय में 40 से 50 प्रतिशत तक वृद्धि का अनुमान है। अदरक की फसल 7 से 8 महीने मे तैयार हो जाती है जिससे गन्ना कटाई से पहले किसान को नकद आमदनी मिलने लगती है। अदरक की बिक्री से किसान को त्वरित नकदी उपलब्ध होने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मशीनों के प्रयोग से श्रम की आवश्यकता कम हो जाती है, जिससे लागत में भी कम आती है। गन्ना विकास विभाग, पीलीभीत द्वारा इस पद्धति को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार किया जायेगा सकिसानों को प्रेरित किया जायेगा कि वे इस प्रकार की नवाचारी खेती अपनाकर कम समय में अधिक लाभ प्राप्त करें।
यह पहल पीलीभीत जनपद को समेकित और आधुनिक कृषि प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बना रही है। गन्ना विकास विभाग और चीनी मिल के अधिकारियों ने भी इस मॉडल की सराहना की है और इसे गन्ना किसानो के लिए लाभकारी बताया। इस अवसर पर जनपद के प्रगतिशील गन्ना किसान गुरजीत सिंह, करमजीत सिंह, एल एच चीनी मिल के उपाध्यक्ष गन्ना के. बी शर्मा, सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति पीलीभीत प्रदीप अग्निहोत्री एल एच चीनी मिल के जोनल इंचार्ज पुष्पेंद्र सिंह व अन्य लोग उपस्थित रहे।