बाराबंकीः रिश्वत दो वरना लोन भूल जाओ ,बैंक मैनेजर पर घूस मांगने का आरोप
May 07, 2025
रामनगर /बाराबंकी। स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती ग्रामीण महिलाएं आज सिस्टम के भ्रष्ट जाल में उलझती जा रही हैं। रामनगर तहसील की सिरकौली शाखा में आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के मैनेजर पर रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप लगाकर जब भारत माता महिला प्रेरणा संगठन की महिलाएं एसडीएम कार्यालय पहुंचीं, तो उनके चेहरों पर आक्रोश के साथ पीड़ा भी साफ झलक रही थी।
लीलावती, श्रीमती, रेनू, ज्ञानवती और श्रीदेवी जैसी ग्रामीण महिलाएं, जो स्वयं सहायता समूह के जरिए अपने परिवार को सम्मानजनक जीवन देना चाहती हैं, आज इस बात से टूट चुकी हैं कि उनके हक की मदद के लिए भी उन्हें कीमतष् चुकानी पड़ रही है। महिलाओं का आरोप है कि बैंक मैनेजर ने लोन और निकासी की प्रक्रिया के बदले प्रति केस 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इससे पहले भी, दो महिलाओं से कथित रूप से रिश्वत ली जा चुकी है। हम हाथ जोड़ रहे हैं, काम मांग रहे हैं, लेकिन बैंक हमसे रिश्वत मांग रहा है। क्या गरीब होना गुनाह है ,यह सवाल श्रीमती ने रोते हुए अधिकारियों से पूछा।महिलाओं ने एसडीएम रामनगर को लिखित शिकायत सौंपते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे जिले भर में आंदोलन करेंगी।
बैंक मैनेजर श्रवण कुमार मिश्रा ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि लोन पास ही नहीं हुआ, तो रिश्वत कैसे ली उनका दावा है कि शिकायतकर्ता के परिवार में एक सदस्य पहले से डिफाल्टर है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या सिस्टम की कमजोरियों का बोझ हमेशा गरीबों को ही उठाना होगा ।क्या स्वरोजगार के साधनों को पाने के लिए महिलाओं को अपने आत्मसम्मान को गिरवी रखना पड़ेगा। यह प्रकरण अब केवल एक बैंक या एक समूह का नहीं रहा यह ग्रामीण भारत की उन लाखों महिलाओं की आवाज बन गया है जो आत्मनिर्भर भारत का सपना लेकर उठी थीं, लेकिन सिस्टम के भ्रष्ट अंधकार में खोती जा रही हैं।