बाराबंकी। राजनीति के एक युग का शांतिपूर्ण समापन शुक्रवार रात उस समय हुआ, जब छठी बार विधायक बने समाजवादी नेता फरीद अहमद किदवाई ने एक सार्वजनिक मंच से राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी। मेलारायगंज के ईदगाह मैदान में आयोजित मुशायरे और कवि सम्मेलन के दौरान भावुक होते हुए उन्होंने कहा, ष्अब मैं अपनी जिंदगी की शाम में पहुंच चुका हूं ।नई नस्ल को मौका देना चाहता हूं।उन्होंने अपने संबोधन में देश के पहले संचार मंत्री और अपने चाचा स्व. रफी अहमद किदवाई को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके आदर्शों पर चलते हुए उन्होंने बिना किसी निजी महत्वाकांक्षा के जनसेवा की। अब समय आ गया है कि इस विरासत को नई पीढ़ी संभाले।फरीद अहमद के इस फैसले ने जहां रामनगर विधानसभा सीट के टिकट के दावेदारों में हलचल मचा दी है, वहीं उनके शब्दों ने समर्थकों की आंखें नम कर दीं। मंच से दिया गया उनका यह विदाई संदेश जिले की राजनीति में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
बाराबंकीः फरीद अहमद किदवाई ने कहा राजनीति को अलविदा
May 10, 2025
बाराबंकी। राजनीति के एक युग का शांतिपूर्ण समापन शुक्रवार रात उस समय हुआ, जब छठी बार विधायक बने समाजवादी नेता फरीद अहमद किदवाई ने एक सार्वजनिक मंच से राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी। मेलारायगंज के ईदगाह मैदान में आयोजित मुशायरे और कवि सम्मेलन के दौरान भावुक होते हुए उन्होंने कहा, ष्अब मैं अपनी जिंदगी की शाम में पहुंच चुका हूं ।नई नस्ल को मौका देना चाहता हूं।उन्होंने अपने संबोधन में देश के पहले संचार मंत्री और अपने चाचा स्व. रफी अहमद किदवाई को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके आदर्शों पर चलते हुए उन्होंने बिना किसी निजी महत्वाकांक्षा के जनसेवा की। अब समय आ गया है कि इस विरासत को नई पीढ़ी संभाले।फरीद अहमद के इस फैसले ने जहां रामनगर विधानसभा सीट के टिकट के दावेदारों में हलचल मचा दी है, वहीं उनके शब्दों ने समर्थकों की आंखें नम कर दीं। मंच से दिया गया उनका यह विदाई संदेश जिले की राजनीति में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।