आंख में आंसू: देश ही है जो आपको ताकतवर महसूस करा सकता है-अनुपम खेर
May 12, 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर, दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल वीडियो शेयर किया है जिसने उनके कई फैंस को भावुक कर दिया है. दरअसल अपने अगले बड़े प्रोजेक्ट के लिए विदेश जाने से ठीक पहले, खेर ने इस संवेदनशील समय में अपने देश को छोड़ने को लेकर गहरा दुख जताया है है. भले ही उनकी अगली निर्देशित फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' उनके करियर में एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन खेर ने स्वीकार किया कि उनका दिल भारी महसूस कर रहा है, डर के कारण नहीं, बल्कि भारत के प्रति उनके प्यार के कारण. वे कहते हैं 'मेरा मन थोड़ा भारी था'
बता दें कि 'द कश्मीर फाइल्स' अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया हैं, जिसमें वह सीधे दिल से बात करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "देश ही एकमात्र ऐसा है जो आपको मजबूत महसूस करा सकता है! बस ऐसे ही! मेरा मन थोड़ा भारी था, इसलिए मैंने सोचा कि मैं आप लोगों से अपने दिल की बात करूं. और मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि वीडियो लंबा हो गया है. अगर आपको यह पसंद आए तो इसे पूरा देखें! अगर आपको यह और पसंद आए तो इसे शेयर भी करें! जय हिंद! जय भारत!
वीडियों में अनुपम खेर कहते नजर आते हैं, “मेरे पास यह वीडियो बनाने की कोई खास वजह नहीं है. मैं अपना सामान पैक कर रहा था और मैं कल विदेश जा रहा हूं. मैं थोड़ा भारी महसूस कर रहा था. मैं इसका आनंद नहीं ले रहा था. मैं जिस चीज के लिए जा रहा हूं वह एक्साइटिंग है. तन्वी द ग्रेट की नई शुरुआत हो रही है. इसलिए, मुझे बहुत उत्साहित होना चाहिए. यह मेरे लिए बहुत रोमांचक होना चाहिए. लेकिन मैं सोच रहा था, क्या हो रहा है? फिर मैंने सोचा, शायद मैंने सुबह सोशल मीडिया पर कुछ कमेंट पढ़े. मुझे इसका आनंद नहीं आया. इसलिए मैं उदास महसूस कर रहा था। फिर मैंने अपने जीवन के बारे में सोचा. जब भी मैं भारी महसूस करता हूं, मैं अपनी लाइफ के बारे में सोचता हूं. तब मुझे लगता है, मैंने कहां से शुरू किया था और कहां पहुंच गया हूं? तब मुझे अच्छा लगता है.”
आठ मिनट से ज़्यादा लंबे वीडियो में अनुपम खेर भारत के साथ अपने अटूट बंधन के बारे में बात करते हुए भावुक भी हो जाते हैं. वे कहते हैं कि वह देश से कितना जुड़ा हुआ महसूस करते हैं - न सिर्फ़ एक नागरिक के तौर पर, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर जो इसके साथ बड़ा हुआ है. अनुपम कहते हैं, "जब भी मैं उदास महसूस करता हूं, तो सोचता हूँ कि मैंने कहां से शुरुआत की और कहां पहुँच गया हूं. इससे मुझे ताकत मिलती है. मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने देश से सिर्फ़ आठ साल छोटा हूं. भारत का जन्म 15 अगस्त, 1947 को हुआ था और मेरा जन्म 7 मार्च, 1955 को हुआ था. हम भाई-बहन की तरह साथ-साथ बड़े हुए हैं."
अनुपम खेर ने याद किया कि कैसे उन्होंने 60 और 70 के दशक में भारत को प्रभावित करने वाले प्रमुख युद्धों को देखा था. शिमला में पले-बढ़े, अनुपम खेर ने कहा, “मुझे सायरन, खाइयां खोदना और अख़बारों से खिड़कियां ढंकना याद है, इस देश का हर सुख और दुख मेरे लिए व्यक्तिगत है.
अनुपम आगे कहते हैं मैं भारत से कितनी गहराई से जुड़ा हूं.सारांश’ अभिनेता ने ईमानदारी से बताया कि कैसे उनकी पहचान की भावना उनकी भाषा और परवरिश में निहित है.वे कहते हैं “मैंने हिंदी-माध्यम के स्कूल में पढ़ाई की। मैं अंग्रेजी में नहीं सोचता. मैं हिंदी में सोचता हूं. इसलिए जब कोई भारत की आलोचना करता है, तो मुझे अब गुस्सा नहीं आता; मुझे दुख होता हैं. मुझे भारत के लिए नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए दुख होता है जो इसके बारे में खराब बोलते हैं.
अनुपम खेर ने आगे कहा,“मैं 43 साल पहले अपनी जेब में 37 रुपए लेकर इस शहर में आया था.आज, मैंने 545 फिल्में पूरी कर ली हैं. मैं किराए के घर में रहता हूं, लेकिन मेरे पास एक कार है, एक बंगला है और सबसे बढ़कर, मेरी मां है. मुझे ये सब किसने दिया? इस देश ने दिया. बेशक, हम कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन यह वही धरती है जो हमारे सपनों को संभव बनाती है.”
अनुपम खेर ने भारतीय सैनिकों के बलिदान को स्वीकार करते हुए अपने मैसेज को खत्म किया. उन्होंने कहा, “हमने हाल ही में कुछ बहादुर सैनिकों को खो दिया है. उनके परिवारों को एक अपूरणीय क्षति हुई है. जब आप उनके दर्द के बारे में सोचते हैं, तो आपका अपना दुख छोटा लगने लगता है.”