बलियाः भृगुनगरी में जीवंत हुई जनकपुर की धनुष यज्ञ लीला
May 11, 2025
बलिया। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के प्रथम आयोजन के मुख्य अतिथि मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन ने कहा कि लोक संस्कृति, परम्परा और लोककला कलाकारों को मंच प्रदान करना सार्थक प्रयास है, भविष्य में जिले की समृद्ध लोक परम्परा को भी इसमें जोड़कर आयोजन किए जाए। सर्वेक्षक सुश्री शैलजा कान्त ने कहा कि लोक विधाओं के संरक्षण के लिए यह आयोजन किया गया है, त्रिदिवसीय समारोह का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री गोरखपुर देवेन्द्र यादव, वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. जनार्दन राय, डाॅ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
भरे भुवन घोर कठोर रव, रबि बाजि तजि मारगु। चिक्करहिं दिग्गज डोल महि अहि कोल कूरुम कलमले। सुर असुर मुनि कर कान दीन्हें सकल बिकल बिचारहीं। कोदंड खंडेउ राम तुलसी जयति उचारहीं।
उत्तरप्रदेश संगीत नाटक अकादमी ( संस्कृति विभाग) लखनऊ एवं जागरूक शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय लोक नाट्य समारोह के पहले दिन आदर्श रामलीला मंडल अयोध्या के कलाकारों ने धनुष भंग लीला को सजीव प्रस्तुति कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिए।
लीला मे राम की भूमिका उत्तम पाण्डेय, लक्ष्मण की भूमिका सत्यम् पाण्डेय, विश्वामित्र की भूमिका मे बिन्देश्वरी मिश्र, राजा जनक की भूमिका को प्रेमनारायण शर्मा ने प्रभावी ढंग से निभाई।
समारोह में डाॅ. राजेंद्र भारती, सुनील कुमार यादव, जयश मिश्र, विजय पाण्डेय, आशीष त्रिवेदी उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस मौके पर सबके प्रति आभार संस्थान के सचिव अभय सिंह कुशवाहा ने व्यक्त किए।