लखनऊ: देश और सरकार के विरुद्ध वीडियो जारी करने के मामले में विभूतिखंड थाने में तहरीर दी
May 01, 2025
लखनऊ । लखनऊ हाईकोर्ट के तमाम अधिवक्ताओं के द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय की भाषा विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ माद्री काकोटी के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराये जाने के लिए एसीपी विभूतिखंड गोमतीनगर लखनऊ से मुलाकात की । वहाँ जाकर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता बजहुल कमर सिद्दीकी के द्वारा थाना विभूति खंड लखनऊ में एक तहरीर दी जिसके अनुसार डॉ काकोटी ने वर्तमान राष्ट्रीय क्षेत्रीय सामरिक परिदृश्य को नजरअंदाज करते हुए सोशल मीडिया Û पर बेहद आपत्तिजनक पोस्ट करते हुये वीडियो जारी किया था जिसमे सरकार पर तंज करते हुए गलत तथ्य को प्रसारित और प्रचारित करते हुए उनके द्वारा कहा गया कि भारत सरकार में धर्म के नाम पर सभी प्रकार के अत्याचार करती है और प्रताड़ित करती है । उन्होंने अपने एक्स हैंडल से वीडियो जारी करते हुए बोला कि धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है, धर्म पूछकर लिंच करना,धर्म पूछकर नौकरी से निकालना,धर्म पूछकर घर न देना, धर्म पूछकर घर बुलडोज करना, वगैरह वगैरह भी आतंकवाद है। असली आतंकी को पहचानो । इस समय जबकि भारत राष्ट्र पड़ोसी देश पकिस्तान द्वारा पाले-पोसे गए आतंकवाद से पीड़ित है और वह येनकेन प्रकारेण भारत के आतंरिक मामलों में न केवल दखल देता रहता है. बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की छवि को धूमिल करने का भी प्रयास हर समय किया करता है. ऐसी स्थितियों के बीच लखनऊ विशविद्यालय की भाषा विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ माद्री काकोटी, के द्वारा ग् हैंडल पर उक्त बातों को कहा जाना किसी भी प्रकार से राष्ट्र और सरकार के लिए हितकारी नहीं है उनके उक्त मिथ्या संदेश से भारत राज्य की छवि अंतर्राष्ट्रीय जगत में धूमिल हुयी है। क्योंकि पकिस्तान द्वारा संचालित ग् हैंडल “च्ज्प्ऋच्तवउवजपवद” से इस नकारात्मक और नफरती पोस्ट का निरंतर रिपोस्ट किया जा रहा था. इस अवसर पर उच्च न्यायालय के तमाम अधिवक्ताओं में अनिरुद्ध कुमार सिंह, सर्वेंद्र कुमार गुप्ता, हारून रशीद, सुशील कुमार पांडेय के अतिरिक्त मुस्लिम राष्ट्रीय मंच योग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सह संयोजिका नुसरत जहां ,और एडवोकेट शहनाज फातिमा भी उपस्थित रहीं ।