प्रतापगढः धर्म के पथ को सशक्त बनाने के लिए भगवान ने किया आतताईयों का संहार-आचार्य अनिलेश जी
April 12, 2025
लालगंज/प्रतापगढ़। क्षेत्र के तिना में हो रही श्रीमदभागवत कथा में शनिवार को कंस वध व रूक्मणी विवाह का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो उठे। कथाव्यास आचार्य अनिलेश जी महराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कंस का वध कर धर्म के मूल्यों की रक्षा की है। उन्होनें कहा कि कंस की क्रूरता और कुविचार से धरती पर ऋषि मुनियों की तपस्या पर भी आंच आने लगी थी। कथाव्यास जी ने बताया कि भगवान ने धरती पर पाप के भार को कम करने के लिए हर अवतार में आतताईयों का विनाश किया है। वहीं आचार्य अनिलेश जी ने रूक्मणी विवाह प्रसंग का मार्मिक चित्रण करते हुए कहा कि लक्ष्मी स्वरूपा रूक्मणी को भगवान श्रीकृष्ण जी ने स्वीकार कर नारी जीवन को गरिमा प्रदान किया। कथा के दौरान भजन सुनकर भी श्रद्धालु भावविभोर दिखे। कथा के संयोजक पं. योगधर दुबे ने व्यासपीठ का पूजन अर्चन किया। इस मौके पर विपिन दुबे, कौशलेंद्र दुबे, संतोष दुबे, पवन दुबे, बृजेश दुबे, डा. दयाशंकर मिश्र, कमला प्रसाद दुबे, हरिश्चंद्र तिवारी, राम मनोहर यादव, रामचरन, शिवलाल, रामसजीवन, इन्द्रपाल, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, अमर बहादुर आदि रहे।