संभल विवादित कुआं: हमारे प्रमुख जेल में हैं, जवाब दाखिल नहीं कर सके-मस्जिद कमेटी
April 29, 2025
संभल में शाही जामा मस्जिद के पास के कुंए को लेकर मस्जिद कमेटी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 2 सप्ताह के लिए टल गई है. कमेटी की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील हुजैफा अहमदी ने कहा कि उसके प्रमुख हिरासत में हैं इसलिए जवाब दाखिल नहीं हो पाया है. इस पर कोर्ट ने कहा कि मस्जिद कमेटी के वकील जेल में उनसे मिल कर जवाब दाखिल करवाएं.
सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने कहा कि कुआं विवादित इमारत से पूरी तरह बाहर है. वहीं मस्जिद कमेटी के वकील ने दावा किया उसका कुछ हिस्सा मस्जिद के भीतर है. इस पर कोर्ट ने कहा कि मस्जिद कमेटी और प्रशासन को आपस में बात कर हल निकालना चाहिए था.
मस्जिद कमेटी के वकील ने यह दावा भी किया कि कुआं सीमेंट से ढका हुआ है. मस्जिद मैनेजमेंट मोटर के जरिए उसके पानी का इस्तेमाल करता रहा है. यह सुन कर चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि कुएं को ढकना सही नहीं है. दूसरे लोगों को भी उसका इस्तेमाल करने देना चाहिए. कमेटी के लिए पेश हुजैफा अहमदी ने कहा कि समस्या इस बात से है कि दूसरे धर्म के लोग वहां पूजा करेंगे.
संभल की शाही मस्जिद के असल में हरिहर मंदिर होने को लेकर कानूनी विवाद चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत की कार्यवाही पर अंतरिम रोक लगा रखी है. इस बीच मस्जिद कमेटी ने संभल में प्राचीन कुंओं की तलाश और खुदाई के खिलाफ याचिका दाखिल कर दी. मस्जिद पक्ष ने खास तौर पर परिसर के पास के कुंए को लेकर यथास्थिति बनाए रखने की मांग की. कमेटी का कहना था कि कुएं की खुदाई और उसे मंदिर का कुंआ कहने से वहां पूजा शुरू हो जाएगी. 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने संभल में शाही जामा मस्जिद के पास के कुएं को हरि मंदिर का कुआं कहने वाले नगरपालिका के नोटिफिकेशन पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी.
यूपी सरकार ने जवाब दाखिल कर संभल में शाही जामा मस्जिद के पास के कुएं को 19 प्राचीन कुओं में से एक बताया है. सरकार ने कहा है कि उसकी योजना इन सभी कुओं के जीर्णोद्धार की है. इससे संभल में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि कुआं सार्वजनिक जमीन पर है. उसे मस्जिद का हिस्सा बताने वाला दावा झूठा है