अमेठीः भागवत कथाः सुदामा चरित्र का हुआ भावपूर्ण वर्णन
April 11, 2025
अमेठी। जिले के तहसील क्षेत्र मुसाफिरखाना के भीखीपुर गांव में चल रही सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सातवें एवं अंतिम दिन वाराणसी से पधारे पूज्य महाराज कथा व्यास विनय शास्त्री जी ने सुदामा चरित्र का भावपूर्ण और हृदयस्पर्शी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता त्याग, प्रेम और सच्ची भक्ति का सर्वोत्तम उदाहरण है। महाराज जी ने बताया कि सुदामा अत्यंत निर्धन ब्राह्मण थे, लेकिन उनकी भक्ति अटूट थी। उनकी पत्नी ने उन्हें भगवान श्रीकृष्ण से मिलने के लिए प्रेरित किया, ताकि उनके कष्ट दूर हो सकें। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर भगवान के पास जाने के लिए तैयार हुए और भेंटस्वरूप भीगे हुए चावल लेकर द्वारका पहुंचे, जब सुदामा द्वारका पहुंचे, तो भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें राजमहल में ससम्मान बुलाया। श्रीकृष्ण ने अपने बचपन के मित्र को देखते ही गले से लगा लिया और प्रेमाश्रु बहाए। उन्होंने सुदामा के चरण धोकर उनका सत्कार किया। श्रीमद्भागवत कथा के सातवें एवं अन्तिम दिन का समापन श्रद्धा और भक्ति के भावपूर्ण वातावरण में हुआ। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु शुक्ला , अजय पांडेय अमेठी , जगन्नाथ पांडेय आदि श्रोता गण उपस्थित रहे।