10 अप्रैल, गुरुवार को प्रदोष का व्रत रखा जाएगा। प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि में प्रदोष का व्रत कर भगवान शिव की पूजा की जाती है। बता दें कि सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है, उसके नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है। इस बार प्रदोष व्रत गुरुवार को पड़ रहा है, इसलिए इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। माना जाता है कि त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर यानि संध्या के समय में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है। उसपर भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है और उसके जीवन से जुड़े सभी समस्याएं स्वतः ही दूर हो जाती हैं और उसे सुख-संपत्ति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा गुरुवार को अनंग त्रयोदशी का व्रत भी किया जाएगा। बता दें कि प्रत्येक चैत्र शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को अनंग त्रयोदशी व्रत करने का विधान है। लिहाजा आज प्रदोष व्रत के साथ-साथ अनंग त्रयोदशी का भी व्रत किया जाएगा। अनंग त्रयोदशी को प्रेम का दिन माना जाता है। कहते हैं इस व्रत का प्रारंभ सबसे पहले कामदेव और रति ने किया था। अपने दांपत्य जीवन में प्रेम और आपस में तालमेल बनाए रखने के लिए अनंग त्रयोदशी के दिन कामदेव और रति के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। माना जाता है कि जो जातक अनंग त्रयोदशी का व्रत करता है, उसके दांपत्य जीवन में खुशियां हमेशा बनी रहती है। तो आइए अब जानते हैं कि प्रदोष व्रत और अनंग त्रयोदशी के संयोग में आपको कौन-से विशेष उपाय करने चाहिए।
- अगर आपको लगता है कि आपके जीवनसाथी का प्यार आपके प्रति कुछ कम हो गया है, तो अपने प्रति जीवनसाथी का प्यार बढ़ाने के लिए प्रदोष के दिन आपको कामदेव के मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- क्लीं कामदेवाय नमः।
- अगर आपका जीवनसाथी आपसे रूठा हुआ है, तो उसे मनाने के लिए प्रदोष के दिन एक सफेद कोरे कागज पर सिंदूर से 'क्लीं' लिखकर, उसे मोड़कर अपने जीवनसाथी के कपड़ों की अलमारी में रख दें।
- अगर संतान को लेकर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच में किसी प्रकार का मामला चल रहा है, तो उसको दूर करने के लिए प्रदोष के दिन आपको भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-पूर्वक धूप-दीप से पूजा करनी चाहिए और उन्हें एकाक्षी नारियल अर्पित करना चाहिए।
- अगर आप कुछ दिनों से किसी बात को लेकर असमंजस में पड़े हुए हैं और उससे बाहर निकलने का आपको कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है, तो प्रदोष के दिन शिवजी को प्रणाम करके आपको उनके इस मंत्र का पांच बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- शवे भक्ति: शिवे भक्ति: शिवे भक्तिर्भवे भवे। अन्यथा शरणं नास्ति त्वमेव शरणं मम्।।
- अगर आप अपने रिश्तों में नए आयाम स्थापित करना चाहते हैं, तो प्रदोष के दिन आपको स्नान आदि के बाद भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही कामदेव और रति की मूर्ति या तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने चाहिए। अगर आपको कामदेव और रति की मूर्ति या तस्वीर न मिले, तो आप उन दोनों का ध्यान करके भगवान शिव और माता पार्वती को ही पुष्प चढ़ा दें।
- अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसी से शादी करना चाहते हैं, लेकिन आपके घर वाले शादी के लिए मान नहीं रहे हैं, तो प्रदोष के दिन स्नान आदि के बाद आपको शिव मंदिर जाकर साफ-सुथरे 5 बेल पत्र पानी से धोकर शिवलिंग पर एक-एक करके चढ़ाने चाहिए और हर बार बेल पत्र चढ़ाते समय ऊँ नमः शिवाय बोलना चाहिए।
- अगर आप जीवन में लगातार तरक्की पाना चाहते हैं, तो प्रदोष शाम के समय शिव मंदिर जाकर आपको पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। प्रदोष के दिन ऐसा करने से आपके जीवन में लगातार तरक्की बनी रहेगी।
- अगर आप अपने दांपत्य जीवन में प्रेम के साथ ही आपस में तालमेल बनाए रखना चाहते हैं, तो प्रदोष के दिन आपको शिवलिंग पर जल से अभिषेक करने के बाद शहद अर्पित करना चाहिए।
- अगर घर-परिवार में चल रही किसी परेशानी का असर आपके वैवाहिक जीवन पर पड़ रहा है, तो प्रदोष के दिन आपको शिव जी के इस विशेष मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - ऊँ क्लीं क्लीं क्लीं वृषभारूढ़ाय वामांगे गौरी कृताय क्लीं क्लीं क्लीं ऊँ नमः शिवाय।।
- अगर आपकी संतान के शादी-शुदा जीवन में किसी प्रकार की परेशानी चल रही है, तो प्रदोष के दिन आपको एक कच्चा जटा वाला नारियल लेकर उस पर सात बार मौली लपेटनी चाहिए। फिर नारियल को संतान के हाथों से स्पर्श कराकर, उसे शिव मंदिर में भगवान को भेंट करना चाहिए।
- अगर आप अपने दांपत्य रिश्ते की डोर को मजबूत करना चाहते हैं, तो प्रदोष के दिन आपको शिव जी और माता पार्वती पर एक साथ सात बार मौली लपेटनी चाहिए और सात बार लपेटने के बाद उस मौली को वहीं पर छोड़ देना चाहिए। साथ ही दोनों का आशीर्वाद लेना चाहिए।