Type Here to Get Search Results !
BREAKING NEWS

उन्नाव: मोदी और योगी मानव नहीं महामानव- दिनेश शर्मा


उन्नाव। भाजपा जैसा कहती वैसा करती है देश भक्त के सत्ता में आने से 70 मिनट के डिस्कशन में वन टू थ्री धारा 370 फ्री कश्मीर पर्यटकों से भर गया कश्मीर की वादी जहां आतंकी गोली गूंजती थी वहां आज रोजगार की बोली गूंज रही है यह बात पूर्व उप मुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने निराला प्रेक्षागृह में आयोजित प्रबुद्ध समागम में कही। दिनेश शर्मा ने परिवारवाद पर हमला बोलते हुए कहा यह हो पाया क्योंकि अब परिवारवादी पार्टी नहीं हैं पहले जवाहरलाल फिर इंदिरा गांधी राजीव सोनिया प्रियंका राहुल गांधी डीएमके में करुणानिधि का बेटा उसका बेटा यादव परिवार में मुलायम शिवपाल रामगोपाल अखिलेश प्रतीक इनके यहां कोई बच्चा पैदा होता है तो लोग कहते थे विधायक पैदा हो गया सांसद पैदा हो गया। सब अपने परिवार की चिंता करते हैं मोदी जी और योगी का परिवार देश और प्रदेश की जनता है। कोविड काल में योगी जी ने पिता की बीमारी और मृत्यु के समाचार पर जनता के कार्यों को सर्वोपरि रख किया उनकी सुरक्षा स्वास्थ्य की चिंता की।उन्होंने आगे कहा लोकसभा चुनाव में लोग जब घर से निकाले गए तब 63 कोरोड़ लोग ने मतदान किया और बिना बुलाए 66 करोड़ 50 लाख लोगों ने जातिभेद मिटा एक दूसरे का हाथ पकड़ कुंभ में स्नान किया।बीजेपी सर्वग्रही है सबको लेकर चलने वाली है हमने मिसाइल मैन अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया हमने अनुसूचित वर्ग से कानपुर के रहने वाले रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया एक दलित आदिवासी शिक्षिका को राष्ट्रपति बनाया जिनके गांव में बिजली नहीं थी।

राज्यसभा सांसद ने कहा इस देश के बहुसंख्यक सबके कल्याण की कामना करने वाले कांग्रेस इनमें विभेद पैदा करती है हमने वक्फ कानून की विसंगतियों को बदला इन विसंगतियों को बदलने पूरा विपक्ष सपा बसपा माकपा भाकपा आप पाप कांग्रेस रोने लगे चिल्लाने लगे हम राशन मकान शौचालय धर्म जाति पूछ कर नहीं देते।

कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा राणा सांगा पूरे जीवन मुगलों से लड़ अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले वीर हैं कुछ लोगों ने साजिशन राम लाल सुमन गद्दार बुलवा विद्रोह पैदा करवाना चाहते हैं। बाबर उन्नाव में गलियों में टहलने वाले जानवर की पूंछ का बाल है। अब्दुल हमीद हमारे लिए पूज्य हो सकते हैं बाबर जैसे अक्रांता नहीं।

उन्होंने कहा मोदी और योगी मानव नहीं महामानव हैं कभी कभी सरदार वल्लभ भाई पटेल आजाद भगत सिंह पैदा होते हैं कभी कभी अटल मोदी और योगी बाबा पैदा होते हैं।यह देश बदल चुका है पहले हाथ वाला पंखा ही सहारा था क्यूंकि कांग्रेस बिजली पानी नहीं दे सकती थी उन्नाव आने पर सड़क में गड्ढा या गड्ढे में सड़क होती है। अब कानपुर के से लखनऊ एक्सप्रेसवे से 30 मिनट में लखनऊ जाने पर विचार हो रहा है पहले बिजली आने की खबर बनती थी अब जाने की बनती है।

18 दिसंबर 2024 विधेयक आया जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। पहले चुनाव एक साथ ही हुए 1967 तक फिर कांग्रेस ने केरल की विधानसभा भंग करदी और मध्यावधि चुनाव की नौबत आई। ये आपातकाल लगाते हैं और पत्रकार लेखक डॉक्टर इंजीनियर को जेल में डालते हैं। चैथी लोकसभा भी 1970 में समय से पहले भंग कर दी गई थी, फिर 1971 में नए चुनाव हुए। पहली, दूसरी और तीसरी लोकसभा ने पांच वर्षों का अपना कार्यकाल पूरा किया। जबकि, आपातकाल की घोषणा के कारण पांचवीं लोकसभा का कार्यकाल अनुच्छेद 352 के तहत 1977 तक बढ़ा दिया गया था।

जैसे वक्फ संशोधन वैसे ही यह भी होगा 82 । और 24। में केवल संशोधन होगा वन नेशन वन इलेक्शन में एक मतदाता सूची एक मतदाता पहचान पत्र होगा इन चुनावों के होने से देश का पैसा बचेगा जो महिला शिक्षा उत्थान बच्चों के विकास पर खर्च होगा।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग समय पर चुनाव होने से शासन पर भारी राजस्व भार पड़ता है और बार-बार लगने वाली आचार संहिता के कारण विकास कार्य बाधित होते हैं। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरे देश में एक साथ चुनाव कराना आवश्यक है।

एक साथ चुनाव होने से संसाधनों की बचत होगी और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और अधिक सशक्त बनेगी। यह बदलाव भारत को मजबूती देने वाला साबित होगा। विधायक रामचंद्र यादव ने कहा, चुनावों की बार-बार की प्रक्रिया केवल धन और समय की बर्बादी नहीं है, बल्कि इससे विकास की गति भी रुकती है। एक राष्ट्र, एक चुनाव से यह अड़चन दूर होगी।

एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए पूरे देश में सहमति बनानी पड़ेगी। इस सहमति को बनाने में प्रबुद्ध वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। प्रबुद्ध वर्ग समाज के अंदर सकारात्मक विचारों को जन्म देता है। इसलिए एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए आम सहमति बनाने में प्रबुद्ध वर्ग की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।दिनेश शर्मा ने सभी से एक राष्ट एक चुनाव हेतु प्रबुद्ध जनों से अपने संगठनों से प्रस्ताव पारित आवाहन किया।

एक राष्ट्र-एक चुनाव का विचार देश व प्रदेश के अंदर एक समग्र जन-आन्दोलन बनें, इस परिप्रेक्ष्य में निराला प्रेक्षागृह, उन्नाव में प्रबुद्ध समागम आयोजित हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता एके दीक्षित पूर्व प्रधानाचार्य डीएसएन महाविद्यालय ने की कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्धजनों के साथ बड़ी संख्या में व्यापारी, अधिवक्ता, शिक्षक, चिकित्सक व बुद्धिजीवी वर्ग के लोग उपस्थित रहे। मंच पर उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय और जिला के पदाधिकारियों ने बड़े माले से मुख्य अतिथि का स्वागत किया। सेवानिवृत्त शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। निराला प्रेक्षागृह, उन्नाव में आयोजित प्रबुद्ध समागम में मुख्य अतिथि मा. दिनेश शर्मा पूर्व उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ,सांसद राज्यसभा कार्यक्रम अध्यक्षत एके दीक्षित पूर्व प्रधानाचार्य डीएसएन महाविद्यालय जिलाध्यक्ष भाजपा अनुराग अवस्थी निवर्तमान जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद अवस्थी राधेश्याम रावत प्रभानशंकर दीक्षित विधायक पंकज गुप्ता श्रीकांत कटियार बृजेश रावत बंबा लाल दिवाकर जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष अरुण सिंह क्षेत्रीय अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा भगवती रावत ब्लॉक प्रमुख नीरज गुप्ता कार्यक्रम संयोजक आशीष बाजपेई अटल जिला महामंत्री बिपिन मिश्रा प्रवीण सिंह नूतन जिला उपाध्यक्ष अनिल कुशवाहा महेश दीक्षित विमला कुरील मनीष जायसवाल आदि उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Design by - Blogger Templates |