लखनऊः एक राष्ट्र एक चुनाव विषयक संगोष्ठी में मंथनः विकसित भारत के लिए चुनाव प्रणाली में सुधार आवश्यक- संजय राय
April 30, 2025
लखनऊ। वन नेशन-वन इलेक्शन विषय पर बुधवार को डालीगंज के उमराव सिंह धर्मशाला में आयोजित संगोष्ठी में चुनाव सुधार के महत्व, लाभ और दीर्घकालिक प्रभावों पर चर्चा हुई। बता दें कि लखनऊ उत्तर क्षेत्र की जनता ने इस पहल का स्वागत किया।मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से विकास प्रभावित होता है जिसे रोकने और विकसित भारत के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव बहुत आवश्यक है। श्री राय ने कहा कि कांग्रेस के अहंकार के कारण लोक सभा और विधान सभा का चुनाव बंद हो गया। देश में 132 बार राज्य सरकारों को भंग किया गया और वहीं से व्यतिक्रम शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि निहित स्वार्थ में गैर कांग्रेसी सरकारों को भंग किया गया। जनसंघ और सोशलिस्ट पार्टी के पैक्ट से 1967 में 9 राज्यों में सम्मिलित सरकारें बनी थीं जिसे इंदिरा गांधी ने भंग किया। उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन बिल को लेकर गठित संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष 47 राजनीतिक दलों में से 32 दलों ने इसके पक्ष में अपनी बात रखी है। वहीं महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने कहा कि देश में एक साथ चुनाव होने से बार-बार होनेवाली समस्या से बचा जा सकता है। एक साथ चुनाव होने से देश के संसाधनों की बचत के साथ ही चुनाव में जनता की भागीदारी भी बढ़ेगी। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक डा. नीरज बोरा ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है, बल्कि एक विकसित भारत और वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का मुद्दा है। यह विकसित, सक्षम और सशक्त भारत की दिशा में ऐतिहासिक कदम है, जो लोकतंत्र को और अधिक प्रभावी तथा मजबूत बनायेगा। इस अवसर पर एक राष्ट्र एक चुनाव अभियान के महानगर संयोजक घनश्याम अग्रवाल, डा. विवेक सिंह तोमर, सौरभ वाल्मीकि, अभिषेक खरे, पार्षद अभिलाषा कटियार, अनुराग साहू आदि उपस्थित रहे।