पहलगाम अटैक: भावुक पीएम की पाकिस्तान को वॉर्निंग: हमला करने वालों को कल्पना से भी बड़ी मिलेगी सजा
April 24, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह और अन्य नेता मौजूद रहे.
PM मोदी ने भाषण शुरू करने से पहले भावुक हो गए. इस दौरान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौन रखा.
PM मोदी ने कहा, "22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है, कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं. सभी पीड़ित परिवारों के दुःख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है. जिन परिवारजनों के अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है. इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है. उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई ओड़िया था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था. आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है."
उन्होंने कहा, "ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है, देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है. मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज पंचायती राज दिवस के मौके पर पूरा देश मिथिला से, बिहार से जुड़ा है. आज यहां देश के, बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. बिजली, रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन विभिन्न कार्यों से बिहार में रोजगार के नए मौके बनेंगे. आज राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि भी है मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं."
PM मोदी ने आगे कहा, "बिहार वो धरती है, जहां से पूज्य बापू ने सत्याग्रह के मंत्र का विस्तार किया था. पूज्य बापू के दृढ़ विश्वास था कि जब तक भारत के गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा. देश में पंचायती राज की परिकल्पना के पीछे यही भावना है. बीते दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं. टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी पंचायतों को मजबूत किया गया है."
PM मोदी ने कहा, 'बीते दशक में 2 लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया. 5.50 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में बने हैं. पंचायतों के डिजिटल होने से एक और फायदा हुआ है. अब जीवन/मृत्यु प्रमाण पत्र, भूमि धारण प्रमाण पत्र जैसे कई दस्तावेज आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.'
उन्होंने आगे कहा, 'आजादी के अनेक दशकों बाद जहां देश को संसद की नई इमारत मिली, वहीं देश में 30 हजार नए पंचायत भवन भी बनाए गए. पंचायतों को पर्याप्त फंड मिले, ये भी सरकार की प्राथमिकता रही है. बीते 10 साल में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड पंचायतों को मिला है. ये सारा पैसा गांवों के विकास में लगा है.
PM मोदी ने कहा, "देश में महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए, रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर बनाने के लिए सरकार मिशन मोड़ में काम कर रही है. बिहार में चल रहे 'जीविका दीदी' कार्यक्रम से अनेक बहनों का जीवन बदला है. आज ही यहां बिहार की बहनों के स्वयं सहायता समूहों को करीब 1,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई है. इससे बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण को और बल मिलेगा."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आया है. पहले एम्स जैसे बड़े अस्पताल सिर्फ दिल्ली जैसे बड़े शहरों में होते थे, लेकिन अब दरभंगा में भी एम्स बन रहा है. पिछले 10 सालों में देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है. झंझारपुर में भी एक नया मेडिकल कॉलेज बन रहा है."
उन्होंने कहा, "गांवों में भी अच्छे अस्पताल बनें, इसके लिए देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं. बिहार में ऐसे 10,000 से ज्यादा केंद्र बनेंगे. जन औषधि केंद्र गरीबों और मिडल क्लास के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहे हैं. यहां 80% सस्ती दवाइयां मिलती हैं. बिहार में 800 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले गए हैं. इससे राज्य के लोगों के करीब 2000 करोड़ रुपये दवाइयों पर खर्च होने से बच गए."
पीएम मोदी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत बिहार में लाखों लोगों का मुफ्त इलाज हो चुका है. इससे उन परिवारों के हजारों करोड़ रुपये बच गए हैं.