मऊ: दो बच्चों के बीच रखें तीन साल का अंतर- सीएमएस
April 16, 2025
मऊ। जिला महिला चिकित्सालय के सभागार में बुधवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने के साथ ही नवविवाहित दंपतियों और महिलाओं को परिवार नियोजन के आधुनिक तरीकों के प्रति जागरूक करना रहा।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ताहिर अली ने बताया कि हमारे संसाधन सीमित हैं, इसलिए आबादी को सीमित रखना भी आवश्यक है। दो बच्चों के जन्म के बीच कम से कम तीन साल का अंतर न सिर्फ महिला के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर को भी कम करता है। पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि केवल सिंह सिसोदिया ने प्रसव के बाद परिवार नियोजन के महत्व पर विस्तृत चर्चा कीकिया। कार्यशाला का संचालन कर रहीं प्रियंका तिवारी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में परिवार नियोजन की सभी सेवाएं पूरी तरह निशुल्क हैं और प्रशिक्षित डॉक्टरों एवं स्टाफ द्वारा प्रदान की जाती हैं। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे परिवार नियोजन के लिए आगे आएं और समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाएं। कार्यशाला में परिवार नियोजन की जानकारी को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम का समापन अस्पताल मैनेजर डॉ. मिथलेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।