- जायस पुलिस का इकबाल खत्म, सीओ के हांथ मे जांच
जायस/अमेठी। जहां एक तरफ योगी सरकार अपराध पर अंकुश लगाने की पुरजोर कोशिश कर रही है तो वही जायस पुलिस की गालीबाज कार्यशैली क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते चले कि कोतवाली जायस अंतर्गत बीते दिनों पूरे दिखित गांव में जायस पुलिस अपने दल बल कई सिपाहियों के साथ एक दलित महिला के घर में जबरन घुस गये महिला ने आने का कारण पूछा तो उससे मारपीट करते हुए उसे गाली देने लगे पीड़ित महिला नीलम देवी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि बीते तीन दिन पूर्व विपक्षी दिनेश पटेल से साठगांठ करते हुए जायस पुलिस जबरन उसके घर में घुस गए उसको व छोटे बच्चों को मारते हुए घर से बाहर भगा दिया जिसके बाद पीड़िता को धक्का देकर उसके घर में रखा बर्तन सहित सामान क्षतिग्रस्त कर दिया । पीड़िता ने बताया कि उसके व विपक्षी दिनेश पटेल के बीच जमीनी विवाद है जिसको वह अवैध रूप से कब्जा करना चाहता है जिसकी शिकायत पीड़िता ने तहसील दिवस से लेकर एस पी अमेठी से की लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई जायस पुलिस की शिकायत कप्तान महोदया से करना शायद जायस पुलिस को नागवार गुजरी तथा विपक्षी से जायस पुलिस सांठगांठ करते हुए रात्रि में बिना कोई नोटिस दिए ही घर के अंदर जबरन पुलिस घुस गई जिसके बाद पुलिस द्वारा दलित महिला से अमानवीय व्यवहार सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है । सोशल मीडिया पर जायस पुलिस द्वारा गरीब असहाय महिला को दी जा रही गाली से क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ रोष व्याप्त है तथा जायस पुलिस द्वारा किए गए इस कृत्य की हर तरफ घोर निंदा की जा रही है । ऐसे में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही ना करते हुए विभाग ने डायल 112 के ऊपर ही कार्यवाही करते हुए इतिश्री कर लिया । जब की वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जायस पुलिस कर्मियों र्द्वारा महिला को अपमानित कर गाली का प्रयोग किया जा रहा है । फिरहाल उक्त प्रकरण की जांच सीओ तिलोई अजय सिंह को सौप दी गयी है। देखने वाली बात है कि सीओ द्वारा सही जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करवाते है! या फिर हर बार की तरह की फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनको दोषमुक्त कर पीड़ित को ही दोषी ना ठहरा दिया जायें।