प्रतापगढः श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह प्रसंग ने किया भावविभोर
April 08, 2025
कुंडा/प्रतापगढ। जिले में कुंडा तहसील क्षेत्र के रैयापुर के शीतलपुर मिश्राना में श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह प्रसंग ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया कथा सुनने के लिए पंडाल में पहुंचे श्रद्धालुओं ने विवाह संगीत पर थिरकते नजर आए।
कथा व्यास आचार्य आदित्य कृष्ण ने रुक्मिणी के विवाह को व्याख्या कर श्रोताओं को भावमुग्ध कर दिया कथा अमृत वर्षा के रूप में श्रद्धालुओं के अंतःकरण को भींगो कर रसरंग में डुबो रही थी। भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीला और महारस के वर्णन से सुमधुरित कथा श्रवण से सभी भावविभोर हो उठे। कथा व्यास आचार्य आदित्य कृष्ण ने बताया श्रीकृष्ण लीलामृत के महारस में जीवात्मा का परमात्मा से मिलन हुआ है। उन्होंने कहा जीव और परमात्मा तत्व ब्रह्म के मिलन को महारस कहते है।
भगवान श्रीकृष्ण रुक्मिणी के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए व्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मिणी के साथ सम्पन्न हुआ,लेकिन रुक्मिणी को श्रीकृष्ण द्वारा हरण कर विवाह किया गया। व्यास ने बताया कि रुक्मिणी स्वयं साक्षात् लक्ष्मी हैं और वह नारायण से दूर रह ही नहीं सकती।
इस अवसर पर श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की झांकी ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथा स्थल पर मुख्य रूप से गुड्डू तिवारी,मनीष तिवारी,विनीत,नवनीत,कॉग्रेस नेता संदीप त्रिपाठी,आदि लोग उपस्थित रहें।