मुरादाबाद। आईएफटीएम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ एवं स्टूडेंट डेवलपमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘ज्ञान गंगा प्रश्नोत्तरी’’ का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैट जीपीटी जैसे सॉफ्टवेयर ने आम जनमानस की बौद्धिक एवं तार्किक क्षमताओं को न केवल कुंठित किया है, बल्कि ये भविष्य की संभावनाओं को अवरोधित करने का काम करेगी। उन्होंने प्रतिभागी विद्यार्थियों कोे ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया, ताकि इससे उनकी बौद्धिक एवं तार्किक क्षमता द्वारा विश्लेषण करने में मदद मिले। यह प्रतियोगिता कुल 5 चरणों में आयोजित की गई, जिसके द्वारा विद्यार्थियों केे सामान्य ज्ञान, तार्किक बुद्धि, सजगता को विभिन्न स्तर पर परीक्षण किया गया। सभी पांच चरणों के आधार पर प्रतियोगिता में पहला स्थान स्कूल ऑफ लॉ ने हासिल किया, दूसरे स्थान पर स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ह्यूमैनिटीज रहे तथा स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एण्ड इंजीनियरिंग ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के उपरांत सफल प्रतिभागियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन बीबीए एलएलबी छठे सेमेस्टर की छात्रा नजफ फिरोज और बेनजीर शाकिर ने किया। प्रतियोगिता के सफल आयोजन में कार्यक्रम की आयोजन सचिव व स्कूल ऑफ लॉ की सुश्री कल्पना शर्मा और सुश्री ऊर्जा अरिवान द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभागाध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र सिंह के अलावा डॉ. मनीषा माटोलिया, डॉ. शिखा मिश्रा, डॉ. उदय वीर सिंह, डॉ. चित्रा सिंह, श्री विवेकानन्द, श्री दिनेश सिंह सागर सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ लॉ के निदेशक प्रो. श्याम बिहारी मिश्रा द्वारा सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस प्रतियोगिता में जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न स्कूलों के 50 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।