आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने अमरावती में सोमवार (24 फरवरी, 2025) को YSRCP पर जमकर निशाना साधा. YSRCP की तरफ से मुख्य विपक्ष की भूमिका की मांग करने पर डिप्टी सीएम ने कहा- 'YSRCP हंगामे का पर्याय बन गई है.'
डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने YSRCP पर निशाना साधते हुए कहा, 'अगर वो हंगामा नहीं करेंगे तो उन्हें YSRCP कौन कहेगा? इनका काम ही हंगामा करना है.' उन्होंने आगे कहा, 'असल बात ये है कि नियम कानून के मुताबिक और लोगों की ओर से दिए गए बहुमत के हिसाब से, YSRCP राज्य में तीसरे नंबर की पार्टी है, जबकि हमारी जन सेना राज्य की दूसरे सबसे बड़ी पार्टी है.'
पवन कल्याण ने YSRCP पर निशाना साधते हुए कहा, उन्हें (जगमोहन रेड्डी) को ये समझना होगा कि उनकी पार्टी को विधानसभा चुनाव में सिर्फ 11 सीटें मिली हैं. हम जानते हैं कि उन्होंने 2019 में राज्य में सरकार बनाई थी, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें इस बार विपक्ष का दर्जा मिल जाए.'
उन्होंने आगे कहा, 'अगर वो सिर्फ वोटों के बल पर विपक्ष का दर्जा मांग रहे हैं, तो उन्हें जर्मनी चले जाना चाहिए. जर्मनी के संविधान के तहत वोटों के प्रतिशत के आधार पर वहां विपक्ष की भूमिका मिल जाती है. अगर उनकी (जगमोहन रेड्डी) की यही मांग है तो उन्हें जर्मनी चले ही जाना चाहिए. हमारे देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है, जैसी वो मांग कर रहे हैं.'
राज्य में मुख्य विपक्ष के दर्जे की मांग कर रहे वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने सोमवार को विधानसभा से वॉकआउट किया. आंध्र सरकार ने वाईएसआर कांग्रेस को मुख्य विपक्ष का दर्जा देने से मना कर दिया है. राज्यपाल के भाषण के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने 'सेव डेमोक्रेसी' के नारे लगाते हुए सदन से वॉकआउट किया.
वाईएसआर कांग्रेस का कहना है, 'सरकार उन्हें राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी की भूमिका नहीं दे रही है जबकि ये उनका अधिकार है. सरकार मुद्दों से बचना चाहती है और अगर उनकी पार्टी को विपक्ष की भूमिका मिली तो सरकार की जवाबदेही तय हो जाएगी. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है, इसलिए वाईएसआर कांग्रेस को मुख्य विपक्ष की भूमिका नहीं दे रही है.'