लखनऊ। राजधानी लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर अंकित की हत्या के मामले में पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस अभी तक अंकित को गोली मारने वाले मुख्य आरोपी गोलू को पकड़ नहीं सकी है। वारदात में इस्तेमाल असलहा भी बरामद नहीं कर पाई है।
पुलिस उपायुक्त पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक जमीन के खरीद फरोख्त के विवाद में अंकित की हत्या हुई थी। गिरफ्तार अभियुक्तों की लंबे समय से अंकित से रंजिश चल रही थी। पुलिस टीम ने दूलागंज निवासी सुमित कनौजिया, सरवन उर्फ टउवा, अंशू यादव और पलेहंदा गांव निवासी रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया है। वारदात के समय अंशू और रंजीत बाइक लेकर आए थे। दोनों के साथ सरवन, गोलू, अभिषेक और सुमित भी मौजूद थे। सभी ने साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस फरार अभियुक्त गोलू व अभिषेक की तलाश कर रही है। बेहटा गांव में प्रॉपर्टी डीलर अंकित (28) की 19 फरवरी की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अंकित की मां की तहरीर पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस उपायुक्त पश्चिमी का कहना था कि विवेचना में अगर अन्य लोगों की भूमिका पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। गोलू व अंकित पहले साथ में काम करते थे। किसानों से जमीन का सौदा कर लोगों को बिकवाते थे। एक साल पहले गोलू ने गांव के ही मेडी लाल से दो बीघा जमीन बिकवाने का सौदा किया था। इसी जमीन को लेकर अंकित ने भी मेडी लाल से बात कर ली थी और एक व्यापारी को रजिस्ट्री करवा दी। यह बात गोलू बर्दाश्त नहीं हुई, 10 लाख रुपए के कमीशन के लिए वारदात को अंजाम दिया।
वारदात वाली रात भी अभिषेक ने अंकित के परिचित को थप्पड़ मार दिया था। इसकी जानकारी पर अंकित वहां पहुंचा था। वहीं, अभिषेक के बुलाने पर गोलू और उसके साथी भी वहां आए थे। जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।