पुणे कस्टम विभाग की एयर इंटेलिजेंस यूनिट (AIU) ने खुफिया जानकारी के आधार पर एक हवाला रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें विदेश यात्रा करने वाले छात्रों का उपयोग कर फॉरेन करंसी की तस्करी के लिए किया जा रहा था. जांच में पता चला कि आरोपी इन छात्रों के बैग में किताबों के बीच फॉरेन करंसी छिपाई गई थी. अधिकारियों ने विद्यार्थियों में पास से कुल 4,00,100 अमेरिकी डॉलर जब्त किए, जिसकी कुल कीमत लगभग 3.5 करोड़ रूपये है.
AIU सूत्रों ने बताया कि मामले में पुणे स्थित ट्रैवल एजेंट खुशबू अग्रवाल और मुंबई स्थित फॉरेक्स डीलर मोहम्मद आमिर को गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों में बताया कि छात्रों से पूछताछ की गई तो पता चला कि वे कुछ दस्तावेज दुबई में एक कार्यालय तक पहुंचने के लिए दिए गए थे. छात्रों को यह नहीं पता था कि उनके बैग में फॉरेन करेंसी छिपाई गई है.
AIU ने बताया कि 17 फरवरी को कस्टम विभाग को खुफिया सूचना मिली, जिसके आधार पर उन्होंने अपने दुबई के काउंटर पार्ट को सतर्क किया और पुणे से दुबई जा रहे तीन छात्रों पर नजर रखी. उनकी भारत वापसी पर, कस्टम अधिकारियों ने उनके बैग की तलाशी ली और छुपाई गई फॉरेन करंसी बरामद की.
छात्रों ने कस्टम अधिकारियों को बताया कि बैग उनके ट्रैवल एजेंट खुशबू अग्रवाल के थे. उन्होंने बताया कि अग्रवाल ने पुणे से फ्लाय करने से ठीक पहले उन्हें दो बैग सौंपे और कहा कि उनमें उनके दुबई कार्यालय के लिए जरूरी दस्तावेज हैं. छात्रों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि बैग में फॉरेन करेंसी रखी गई थी.
आगे की जांच में मिली जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों ने मुंबई के फोर्ट इलाके में स्थित एक फॉरेक्स फर्म पर छापा मारा, जहां से 45 लाख रुपये कीमत की फॉरेन करंसी बरामद की और मोहम्मद आमिर को गिरफ्तार किया गया, जो इस तस्करी में शामिल था. पुणे, मुंबई और अहमदाबाद कस्टम अधिकारियों की एक जॉइंट ऑपरेशन में तीनों शहरों में 10 लोकेशन पर एक साथ छापेमारी की.