लखनऊ । लखनऊ साइबर क्राइम थाना पुलिस ने अन्तर्राज्यीय संगठित साइबर ठगों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया हैं। जो व्हाट्सएप पर किसी की फर्जी डीपी लगाकर लोगों को ठगने का काम कर रहा था। इस गिरोह ने टैक्स इंडिया ग्रुप के बॉस की प्रोफाइल फोटो लगाकर उनके अकाउंट मैनेजर से संवेदनशील जानकारी हासिल की और 78 लाख रुपये फर्जी खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
यह मामला 17 फरवरी 2025 को सामने आया जब टैक्स इंडिया ग्रुप के अकाउंट मैनेजर सर्वेश द्विवेदी ने शिकायत दर्ज कराई कि किसी साइबर अपराधी ने कंपनी के बॉस की व्हाट्सएप डीपी का गलत इस्तेमाल कर उनके नाम से चैट की और जरूरी बैंकिंग डिटेल्स लेकर 78 लाख रुपये गबन कर लिए। इस घटना के बाद लखनऊ साइबर क्राइम थाना में अपराध संख्या 33ध्2025 धारा 318(4)ध्319(2) बीएनएस और 66 डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस आयुक्त लखनऊ के निर्देश पर साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। इस टीम ने तकनीकी संसाधनों और खुफिया जानकारी का उपयोग करते हुए मुख्य अभियुक्त सहित कुल तीन आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
साइबर ठगों ने टैक्स इंडिया ग्रुप के बॉस की प्रोफाइल फोटो को कॉपी कर उसे व्हाट्सएप डीपी के रूप में सेट किया। इसके बाद उन्होंने कंपनी के विभिन्न अकाउंट मैनेजर्स से चैटिंग कर बैंकिंग से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल कर ली। जैसे ही उन्हें बैंक डिटेल्स मिली, उन्होंने 78 लाख रुपये एक फर्जी खाते में ट्रांसफर करवा लिए और फरार हो गए।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह पता चला है कि यह साइबर गिरोह बड़े पैमाने पर ऐसे अपराधों में लिप्त था और देशभर में कई ठगी के मामलों को अंजाम दे चुका था। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और फर्जी खातों की जानकारी खंगाल रही है, जिससे इस बड़े साइबर नेटवर्क का पूरी तरह भंडाफोड़ किया जा सके। वहीं गिरफ्तारी करने वाली साइबर क्राइम थाना टीम में- प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव, निरी० विनोद कुमार, उ०नि० रोहित पवार, मु०आ०रिजवानुल्लाह अंसारी, का० नवीन राय, का० सुग्रीश यादव शामिल रहे।