लखनऊ। राजधानी के अवध डिपो कैसरबाग, आलमबाग बस स्टैंड एवं आलमबाग डिपो में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.बी. सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के पत्र के क्रम में बस स्टैंडों पर स्वास्थ्य शिविर लगाये गए हैं तथा ये कार्यक्रम तीन दिवसीय है । इन स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन का उद्देश्य बस डिपो में कार्यरत चालक, परिचालक एवं सहयोगी स्टाफ को एक ही स्थान पर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। शिविरों में टीबी की स्क्रीनिंग एवं जांच के साथ-साथ नेत्र परीक्षण, एचआईवी, एसटीआई, हेपेटाइटिस एवं सिफलिस से संबंधित परामर्श एवं जांच की सुविधा प्रदान की गई।उन्होंने बताया कि इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन 23 दिसम्बर को चारबाग एवं नादरगंज तथा 24 दिसम्बर को बीएसएम कैसरबाग और चिनहट-कमता बस स्टैंड में भी किया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए.के. सिंघल को इस कार्यक्रम का नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने सोमवार को अवध डिपो, कैसरबाग का भ्रमण कर स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया।शिविर में कुल 126 लोगों का नेत्र परीक्षण किया गया, जबकि 239 लोगों की अन्य बीमारियों की जांच की गई।उन्होंने ये भी बताया कि टीबी के लक्षणों के आधार पर 13 लोगों के बलगम के नमूने जांच के लिए, लिये गए हैं जिनकी जांच की जाएगी । जिन लोगों में टीबी की पुष्टि होगी, उनका समुचित इलाज किया जाएगा तथा उन्हें निक्षय पोषण योजना सहित अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी स उन्होंने बताया कि टीबी संक्रमण से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे अन्य बीमारियां आसानी से शरीर को प्रभावित करती हैं। इन सभी संक्रामक बीमारियों के बारे में सही जानकारी एवं समुचित इलाज से जनमानस को सुरक्षित किया जा सकता है । शिविरों का पर्यवेक्षण पीपीएम कॉर्डिनेटर रामजी वर्मा एवं सौमित्र मिश्रा द्वारा किया जा रहा है।
