श्रीमद भागवत भजनानंद के लेखक ज्ञान सिंह यादव एक अध्यापक रहे और अभी तक ज्ञान यादव का हिंदी काव्य से अभूतपूर्व प्रेम रहा है जिसके कारण उन्होंने श्रीमद् भागवत भजनानंद पुस्तक को हिंदी काव्य के रूप मे रेखाकित किया। लेखक ज्ञान सिंह यादव ने कहा श्रीमद भागवत भजनानंद हिंदी काव्य की एक सुन्दर प्रस्तुति है। इसमे छन्द् ,सोरठा,सवाइया का एक उत्कृष्ट काव्य संग्रह है। लेखक ज्ञान यादव ने कहा उनका उदेश्य है कि लोग धार्मिक बने और ईश्वर के प्रति आस्था बढ़े। उन्होने कहा कि आजकल जितने भी वेदाचार्य है वे संगीतमय आलाह,ढोला गा रहे ऐसे वेदाचार्यो को भागवत तत्व समझाना उनका उद्देश्य है।
लोक दल प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि वे श्रीमद भागवत भजनानंद पुस्तक से बहुत प्रभावित हुये है। उन्होंने कहा कि यह संग्रह पांच ग्रंथो से लेकर एक भजन के रूप मे संग्रहित किया गया है जिससे आम जन मानस सरल भाषा मे भजन के रूप मे ग्रहण कर सकते है। उन्होंने पुस्तक लेखक ज्ञान सिंह यादव को धन्यवाद देते हुये और प्रेरक धार्मिक काव्य संग्रह की रचना करने की प्रार्थना की।
बिजनौर क्षेत्र की समाजवादी पार्षद गीता देवी ने अपने पिता एवं श्रीमद भागवत भजनानंद के लेखक ज्ञान सिंह यादव को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि उनके पिता ज्ञान यादव ने पहले बहुत प्रेरक एवं सुंदर कविताओ की रचना की है। जब उनके मन मे धार्मिक विचार आये तो उन्होंने काव्य के रूप मे उनको संग्रहित कर एक पुस्तक का आकार दे दिया। पार्षद गीता देवी ने कहा उनका मंशा थी वे वे अपने पिता द्वारा रचित पुस्तक का प्रकाशन कराये और उसका भव्य रूप से विमोचन करवाये। उन्होंने कहा आज उनकी इच्छा पूरी हुई है और वो इसके लिये ईश्वर को आभार व्यक्त करती है। कार्यक्रम मे महेश चंद्र शर्मा, गोल्डी भाई, धुर्व यादव( चीनी) वंदना चतुर्वेदी, वीना रावत, पूर्व पार्षद अंजु यादव, महासचिव राममोहन यादव, पार्षद गीता देवी, उमेश चन्द्र यादव, मनोज यादव, आनंद व विनीता यादव सहित सैकड़ो की तादाद मे धर्म प्रेमी सम्मिलित रहे।
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