प्रतापगढः हिन्दू सम्मेलन में कवियों ने हिंदुत्व का स्वाभिमान किया जाग्रत! हिंदू सम्मेलन समाज एक परिवर्तनकारी जागरण का शंखनाद है - राजेंद्र
December 28, 2025
प्रतापगढ़। हमारा प्रत्यक्ष आचरण ही समाज में व्याप्त भेदभाव को समाप्त कर सकता है,जिससे वास्तविक सामाजिक समरसता स्थापित होगी। भारत आज विकसित राष्ट्र बनने की दहलीज पर खड़ा है,ऐसे में हमें केवल गर्व करने तक सीमित नहीं रहना है, बल्कि अपने सामर्थ्य को बढ़ाकर वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करना है। उक्त विचार सकल हिन्दू समाज समिति बेल्हा बस्ती द्वारा आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र ने समाजिक एकता और समरसता के भाव को लेकर रखा।उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि यह विराट हिन्दू सम्मेलन, समाज में एक परिवर्तनकारी जागरण का शंखनाद है। उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए बताया कि पूर्व में विदेशी आक्रमणों के कारण भारत की वैभवशाली सामाजिक व्यवस्था प्रभावित हुई थी। जिसे गुरु गोविंद सिंह जैसे महापुरुषों और छत्रपति शिवाजी महाराज के ‘हिंदवी स्वराज’ के संकल्प ने पुनर्जीवित किया। आज वही दृश्य पुनः निर्मित हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंधक अमर एकेडमी कुंज बिहारी, मुख्य अतिथि पीठाधीश्वर हनुमत सिद्ध पीठ अयोध्या विनय प्रिय मधुकर,विशिष्ट अतिथि मातृ शक्ति सरोज सिंह व अति विशिष्ट अतिथि सरदार कुलदीप सिंह रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रवज्जलन कर किया गया। हिन्दू सम्मेलन के मौके पर आयोजित कवि सम्मेलन में पधारे नामचीन कवि-कवयित्रियों द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला हिंदुत्व आधारित रचनायें पढ़कर लोगों को राष्ट्रभाव से ओत-प्रोत कर दिया।इस मौके पर हनुमान चालीसा एवं भारत माता की आरती हुई। कार्यक्रम का संचालन अक्षिता ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विभाग संघचालक रमेश,विभाग कार्यवाह हरीश,जिला कार्यवाह हेमन्त कुमार,विवेकानंद, शिवकुमार सोनी,सुधीर,शिवकुमार प्रजापति,रविन्द्र केसरवानी, शैलेन्द्र, श्याम ,विजय,रश्मि सिंह ,पूनम गुप्ता, सुमित केसरवनी,अनिल सिंह,ध्रुव शर्मा, शिवेश शुक्ला, परमानंद मिश्र, अंकुर श्रीवास्तव, कवियित्री सुप्रिया पांडेय,कवि अनूप उपाध्याय,लवलेश यदुवंशी,कवि शिव किशोर खंजन, कवि अभिजीत मिश्रा, कवियित्री दिव्या,बिपिन,प्रिया त्रिपाठी, तनु प्रिया सहित आदि उपस्थित रहे।
