हेलीकॉप्टर में बैठी बाघिन, शान से हवा में किया 600 KM का सफर
December 22, 2025
हेलीकॉप्टर में आमतौर पर VIP लोग बैठते हैं, लेकिन इस बार आसमान में उड़ान भरी है एक शाही बाघिन ने। ये लगभग 600 किलोमीटर की हवाई यात्रा थी जो फुल सिक्योरिटी और एक्सपर्ट्स की निगरानी में हुई। इसकी वजह थी हमारे जंगलों के भविष्य को सेफ करना। यह स्टोरी सिर्फ बाघिन के सफर की नहीं, बल्कि राजस्थान में बाघों के संरक्षण को नई मजबूती देने की एक कोशिश है, जिसमें मॉडर्न टेक्नोलॉजी और वाइल्ड लाइफ रिजर्व का अनोखा संगम देखने को मिला।
बता दें कि राजस्थान में बाघों की अनुवांशिक विविधता में बढ़ोतरी करने और कंजर्वेशन एफर्ट्स को मजबूती देने के लिए एमपी के पेंच बाघ अभयारण्य से 3 साल की बाघिन को हवाई रास्ते से यहां लाया गया। वन विभाग के अफसरों ने इसे वन्यजीव संरक्षण में एक अहम उपलब्धि बताया। हेलीकॉप्टर से बाघिन का ये सफर लगभग ढाई घंटे में पूरा हुआ।
उन्होंने आगे बताया कि इस बाघिन का नाम 'पीएन-224' है। उसे आर्मी के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से रविवार रात जयपुर लाया गया, बाद में उसे सड़क के रास्ते से बूंदी के रामगढ़ विषधारी बाघ अभयारण्य में ले जाया गया। फिर सोमवार सुबह एक बाड़े में बाघिन को छोड़ दिया गया।
वन अधिकारी ने कहा कि इससे पहले, पेंच बाघ अभयारण्य की फॉरेस्ट टीम ने घनी झाड़ियों में आराम कर रही बाघिन को ढूंढ निकाला और फिर डॉक्टर्स की देख-रेख में उसे बेहोश किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, मेडिकल टेस्ट में बाघिन का टेंपरेचर, हृदय गति और श्वास नॉर्मल पाई गई। फिर बाघिन को शाम 4 बजकर 55 मिनट पर पेंच से जयपुर के लिए रवाना किया गया।
सुरक्षा कारणों से उसे पहले जयपुर लाया गया और फिर वहां से रामगढ़ ले जाया गया। यहां शुरुआत में बाघिन को 'बजालिया बाड़े' में रखा जा रहा है। वन अधिकारियों ने कहा कि बाघिन की सेहत की निरंतर निगरानी हो रही है। हम बाघिन के ट्रांसफर की कई हफ्तों से तैयारियां कर रहे थे।
